भारत सितंबर 2025 में विश्व भाला फेंक प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। इस वैश्विक प्रतियोगिता में ओलंपिक स्वर्ण और रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा भारत की अगुआई करेंगे। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने मंगलवार 7 जनवरी 2025 को चंडीगढ़ में वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की। यह आयोजन उन प्रतियोगिता से अलग है, जिनकी मेजबानी के लिए भारत ने बोली लगाई है।
विश्व भाला फेंक प्रतियोगिता में पेरिस ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट पाकिस्तान के अरशद नदीम के भी हिस्सा लेने की संभावना है। अरशद नदीम 4 साल बाद भी भारत आ सकते हैं, यदि एएफआई को 2029 विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी का अधिकार मिल जाता है। भारत ने जिन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बोली लगाई है, उनमें 2029 की विश्व चैंपियनशिप भी शामिल है।
बहादुर सिंह सागू चुने गए AFI के अध्यक्ष
एजीएम में एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता और गोला फेंक के पूर्व खिलाड़ी बहादुर सिंह सागू को एएफआई (AFI) का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वह लंबे समय से शीर्ष पद पर कार्यरत आदिल सुमरिवाला की जगह लेंगे। निवर्तमान एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने पुष्टि की कि भारत ने 2029 विश्व चैंपियनशिप के साथ-साथ 2027 विश्व रिले की मेजबानी करने की इच्छा जाहिर की है। एएफआई नवंबर 2024 में विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन की भारत यात्रा के दौरान ही 2028 विश्व जूनियर चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए भी अपनी रुचि जाहिर कर चुका है।
आदिल सुमारिवाला ने कहा, ‘भारत में एक विश्वस्तरीय भाला फेंक प्रतियोगिता होगी, जिसमें दुनिया के शीर्ष-10 जैवलिन थ्रोअर प्रतिस्पर्धा करेंगे। यह एक आमंत्रण टूर्नामेंट होगा, जो इस साल के अंत में आयोजित किया जाएगा। नीरज चोपड़ा वहां होंगे। वह उस टीम का हिस्सा हैं जो इस प्रतियोगिता का आयोजन करेगी। जेएसडब्ल्यू, एक विदेशी फर्म और एएफआई मिलकर इस प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि 7 अगस्त को राष्ट्रीय भाला दिवस के रूप में मनाया जाता है। नीरज चोपड़ा ने उसी दिन टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।’
अगले 4 साल में भारत द्वारा बड़े वैश्विक आयोजनों के बारे में आदिल सुमारिवाला ने कहा, ‘2028 विश्व जूनियर चैंपियनशिप, 2029 विश्व चैंपियनशिप, विश्व रिले 2027 के लिए बोलियां खुली हैं। भारत उन सभी के लिए बोली लगाने जा रहा है। हमने अपनी रुचि जाहिर की है। प्रक्रिया शुरू हो गई है। हम विश्व हाफ मैराथन भी आयोजित कर सकते हैं।’