भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना चुकी है। टीम टूर्नामेंट में अजेय रही है। इस टूर्नामेंट में जहां एक ओर विराट कोहली फॉर्म में नजर आ रहे हैं वहीं रोहित शर्मा अब तक कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। रोहित ने पूरे टूर्नामेंट में अग्रेसिव अंदाज में ही बल्लेबाजी की जिसका हेड कोच गौतम गंभीर ने समर्थन किया। हालांकि सुनील गावस्कर इससे सहमत नहीं है।

रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं बनाया अर्धशतक

रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी में चार मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 26.00 के औसत से 104 रन ही बनाए हैं। उनके बल्ले से सबसे ज्यादा रन बांग्लादेश के खिलाफ निकले थे। उन्होंने इस मैच में 41 रन बनाए थे। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 20, न्यूजीलैंड के खिलाफ 15 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 28 रन बनाए।

रोहित को नए फॉर्मूला से नहीं मिली ज्यादा सफलता

सुनील गावसकर ने स्टार स्पोर्ट्स से रोहित शर्मा के स्टाइल के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जिसका वह पिछले दो सालों से पालन कर रहे हैं। इसकी शुरुआत भारत में विश्व कप के आसपास हुई थी, और वह उसी फॉर्मूले पर टिके हुए हैं। उन्हें कुछ सफलता मिली है, हालांकि शायद उतनी नहीं जितनी उनकी प्रतिभा को मिलनी चाहिए। वह एक अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिनके पास ऐसे शॉट्स हैं जो खेल में बहुत कम लोगों के पास हैं।’

भारत को हो सकता है फायदा

अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘दर्शकों को खुश करने के दृष्टिकोण से नहीं कहा रहा हूं। अगर वह 25 ओवर भी बल्लेबाजी करते हैं, तो भारत 180-200 के आसपास होगा। कल्पना करें कि अगर उन्होंने तब तक केवल कुछ विकेट खो दिए होते; बस सोचें कि वे क्या कर सकते थे, वे 350 या उससे अधिक तक पहुंच सकते थे।”

उन्होंने कहा, “उसे इस बारे में भी सोचना चाहिए। मैदान पर जाकर आक्रामक तरीके से खेलना एक बात है, लेकिन 25-30 ओवर तक बल्लेबाजी करने के लिए खुद को मौका देने के लिए कहीं न कहीं थोड़ा विवेक होना चाहिए। अगर वह ऐसा करता है, तो वह विपक्ष से खेल छीन लेता है।”

25 रन बनाकर खुश नहीं होना चाहिए

अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंवे कहा, ‘इस तरह का प्रभाव मैच जीतने वाला होता है। और मुझे लगता है कि एक बल्लेबाज के तौर पर, क्या आप 25-30 रन बनाकर खुश हैं? आपको नहीं होना चाहिए! इसलिए मैं उससे यही कहूंगा कि अगर आप सिर्फ सात, आठ या नौ ओवर के बजाय 25 ओवर तक बल्लेबाजी करते हैं, तो टीम पर आपका प्रभाव और भी अधिक होगा।”