लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर का कहना है कि भारतीय गेंदबाज जिस फॉर्म में हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल मैच में पहले या बाद में गेंदबाजी करते हैं। हालांकि, उनकी सलाह है कि लक्ष्य का बचाव करना टीम इंडिया के लिया फायदेमंद होगा। रोहित शर्मा के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से कीवी टीम पर स्कोरबोर्ड का दबाव होगा।

स्टार स्पोर्ट्स के गेम प्लान शो पर सुनील गावस्कर ने पिच कंडिशन और टॉस को लेकर बात की। उन्होंने कहा, ” अगर आपके पास भारत जैसा अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है, तो पहले या बाद में गेंदबाजी से फर्क नहीं पड़ता। अगर दूसरी पारी में टीम गेंदबाजी कर रही है, तो इससे मदद मिलेगी क्योंकि हमने देखा है कि हल्की ओस पड़ने पर गेंद थोड़ी तेजी से विकेटकीपर के पास जाती है।”

न्यूजीलैंड पर स्कोरबोर्ड का दबाव

गावस्कर ने कहा, ” इससे भारतीय लाइन-अप में तीन गेंदबाजों को मदद मिलेगी। कुलदीप यादव जैसे स्पिनर को भी गेंद को पिच से तेजी से स्किड करने में मदद मिलेगी। अगर भारत दूसरी गेंदबाजी करते हुए लक्ष्य का बचाव करता है, तो मेरा मानना ​​है कि इससे भी मदद मिलेगी क्योंकि स्कोरबोर्ड का दबाव होगा। आप 400 नहीं बल्कि 260 या 270 रन बना पाएंगे, लेकिन न्यूजीलैंड पर दबाव रहेगा।”

भारत ने श्रीलंका को 302 रन से हराया था

वानखेड़े में टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ मैच खेला था। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी के सामने श्रीलंका के बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए थे। भारत को 302 रन से जीत मिली थी। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 357 रन बनाए थे। श्रीलंका की टीम 19.4 ओवर में 55 पर सिमट गई थी।