श्रेयस अय्यर ने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाकर खुद को विशेष क्लब में शामिल कर लिया है। अय्यर टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले 16वें भारतीय बल्लेबाज हैं। इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद उन्होंने एक खास अधिकार प्राप्त कर लिया है। उन्होंने अपने कोच प्रवीण आमरे को अपने घर पर डिनर (रात्रिभोज) पर आमंत्रित करने की योग्यता हासिल की है।
अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन के मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का खुलासा किया। श्रेयस अय्यर ने शुक्रवार को कानपुर में कहा कि टेस्ट पदार्पण पर शतक जड़कर वह पूर्व भारतीय खिलाड़ी द्वारा उनके सामने रखी गई शर्त को पूरी करने में सफल रहे हैं।
अय्यर के डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने से काफी समय पहले ही प्रवीण आमरे ने उनसे कहा था कि वह तब उनके घर डिनर पर आएंगे, जब टेस्ट में शतक लगा लेंगे। अय्यर ने कहा, ‘इसलिए आज के मैच के बाद (मैच नहीं), बल्कि आज के शतक के बाद मैं उन्हें डिनर के लिए आमंत्रित करूंगा।’
बता दें कि प्रवीण आमरे ने भी अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ा था। आमरे ने 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में सैकड़ा ठोका था। वह अय्यर को कोचिंग दे रहे हैं।
अय्यर ने ‘वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस’ में कहा, ‘जब भी मैं ट्रेनिंग के लिए जाता हूं, तो प्रवीण सर कहते रहते हैं कि तुमने जिंदगी में काफी कुछ हासिल कर लिया है, तुम आईपीएल टीम की कप्तानी कर चुके हो, तुम इतने सारे रन बना चुके हो, ये कर चुके हो, वो कर चुके हो, लेकिन तुम्हारी मुख्य उपलब्धि तभी होगी जब तुम टेस्ट कैप हासिल करोगे।’
श्रेयस अय्यर ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि जब मुझे यह कैप मिली थी तो उन्हें काफी खुशी हुई होगी।’ अय्यर को यह भी लगता है कि शुभकामना भरे संदेशों को पढ़कर/देखकर उन्हें अपने खेलने के शुरुआती दिन याद आ गए।
अय्यर ने कहा, ‘मुझे नहीं लगा कि मैंने मौका गंवा दिया है, लेकिन मैं इसे इस तरह सोचता हूं कि मुझे मौका ही नहीं मिला। क्योंकि मैं चोटिल था, लेकिन मैं अच्छी स्थिति में था। मैं अंडर-19 में भी काफी आत्मविश्वास से भरा हुआ था।’
उन्होंने कहा, ‘अब मुझे टेस्ट में मौका मिला और पहले मैच में ही मैंने शतक जड़ दिया। इसका अलग अहसास है, मैं इसे बयां नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे काफी संदेश मिले और सभी में यही था कि यह एक उपलब्धि है और आप अपने जीवन में जो हासिल करते हो, उसमें यह सर्वश्रेष्ठ चीज है। इससे मुझे मुंबई में क्रिकेट दिनों की याद आ गई। यह अच्छा अहसास है।’