रावलपिंडी से दुबई। दुबई से लाहौर। लाहौर से दुबई। न्यूजीलैंड के लिए पिछला हफ्ता भागदौड़ में गुजरा है। चैंपियंस ट्रॉफी में कीवी टीम ने सबसे ज्यादा यात्रा की है। ऐसे में मिचेल सैंटनर की अगुआई वाली टीम के खिलाड़ियों को रविवार (9 मार्च) को भारत के खिलाफ होने वाले फाइनल से पहले शुक्रवार को बहुत जरूरी आराम देने का फैसला किया।
ज्यादातर टीमें इन दिनों मैच से एक दिन पहले ऑप्शनल या लाइट ट्रेनिंग लेती हैं। वहीं न्यूजीलैंड ने शनिवार (8 मार्च) को दूधिया रोशनी में ट्रेनिंग लेने का फैसला किया है, जबकि भारत को दोपहर 3 बजे से अभ्यास करना है। हालांकि, भारत की सहूलियत के हिसाब से शेड्यूल बनाने के लिए आईसीसी की काफी आलोचना हुई है। न्यूजीलैंड के कोच ने भी शेड्यूल पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, कीवी खिलाड़ियों ने इसे ज्यादा भाव नहीं दिया।
कभी-कभी आपको बहुत ज्यादा ट्रोनिंग की जरूरत नहीं होती
न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने व्यस्त शेड्यूल को लेकर चिंता जताई। भारत को छोड़कर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने सभी मैच खेले हैं। पाकिस्तान में खराब मौसम के कारण ज्यादातर टीमें सिर्फ दो मैच ही खेल पाईं। स्टीड ने शुक्रवार को कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि लाहौर से यहां आने में थोड़ी थकावट हुई। कल हमने पूरा दिन यात्रा में बिताया। अब हमारे पास कुछ दिन हैं, थोड़ा आराम और मैच के लिए थोड़ी योजना बनाएंगे और ट्रेनिंग करेंगे। मुझे लगता है कि हम अब टूर्नामेंट में बहुत आगे बढ़ चुके हैं और कभी-कभी आपको बहुत ज्यादा ट्रोनिंग की जरूरत नहीं होती। फाइनल खेलने के लिए बस अपने शरीर और दिमाग को ठीक रखना जरूरी है। अगले दो दिनों में हमारा मुख्य ध्यान इसी पर रहेगा।”
गैरी स्टीड ने बताई न्यूजीलैंड की दिक्कत
दुबई और पाकिस्तान आने-जाने का मतलब है कि न्यूजीलैंड को एक बार फिर से यहां की परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढालना होगा। पाकिस्तान की सपाट पिचों पर न्यूजीलैंड ने सभी को मात दी है, लेकिन दुबई की धीमी परिस्थितियों में उनके बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा। स्टीड ने कहा, “मुझे लगता है कि हमें खुद को ढालने और सही स्कोर क्या होगा उसपर काम करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि डर इस बात का है कि आप एक मैच में 360 का स्कोर करते हैं। आपको लगता है कि फिर आप ऐसा करेंगे और आप थोड़ा ज्यादा जोर लगाते हैं। इसलिए हमे उस दिन सही रणनीति बनाने पर काम करना है। विरोधी टीम के हिसाब से खुद को ढालना है।”
मैट हेनरी के खेलने पर सवाल
फाइनल से पहले न्यूजीलैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज मैट हेनरी की उपलब्धता को लेकर चिंता बनी हुई है, जिन्होंने सेमीफाइनल में रासी वैन डेर डुसेन का कैच लेते समय अपने कंधे को चोटिल कर लिया था। हालांकि, वह मैदान पर लौटे और गेंदबाजी भी की, लेकिन स्टीड ने कहा कि हेनरी उपलब्ध होंगे या नहीं इस समय पता नहीं है। हेनरी ने 16.70 के औसत से 10 विकेट लिए हैं। उन्हें लेकर कोच ने कहा, “हमने उसके कुछ स्कै करवाए हैं। हम उन्हें इस मैच में खेलने का पूरा मौका देंगे। इस समय भी उसके बारे में कुछ जानकारी नहीं है।” ग्रुप मैच में भारत के खिलाफ हेनरी ने पांच विकेट लिए और अपनी गति और मूवमेंट के कारण पिछले कुछ समय से बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हुए हैं। स्टीड ने कहा, “वह अपने कंधे पर गिरने से काफी दर्द में है। उम्मीद है कि वह ठीक हो जाएगा।”
भारत तैयार
भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने जोर देकर कहा कि सभी तरह की परिस्थितियों का सामना करने और टॉप पर रहने के बाद टीम रविवार (8 मार्च) के फाइनल के लिए बहुत अच्छी तरह से तैयार हैं। 4 मैचों में कई विरोधियों के खिलाफ भारत अलग-अलग स्टेज पर परखा गया है। इसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करना और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल लक्ष्य का पीछा करना शामिल है।
बल्लेबाजी बहुत अच्छी रही है
कोटक ने कहा, “विकेट में थोड़ा बदलाव होता है, जाहिर है, लेकिन कुल मिलाकर विकेट में बहुत बदलाव नहीं आया है। लेकिन बल्लेबाजी बहुत अच्छी रही है। दूसरी बात, चार मैचों में पहले या दूसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए हमने ओपनर से रन बनाए और जब उन्होंने नहीं बनाए तो मध्यक्रम ने रन बनाए। अब तक पावर हिटिंग की ज्यादा जरूरत नहीं थी और पिछले मैच में भी ऐसा हुआ।”
पिच सबसे ज्यादा बल्लेबाजी के अनुकूल
न्यूजीलैंड के खिलाफ टर्नर खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के लिए पिच सबसे ज्यादा बल्लेबाजी के अनुकूल थी। सभी चार मैच नई पिच पर खेले गए हैं। फाइनल मैच सेंटर पिच पर खेला जाएगा, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ मैच के लिए किया गया था। कोटक ने कहा कि पिच चाहे जो भी हो भारत की बैटिंग ग्रुप में किसी भी स्थिति के अनुसार ढलने की क्षमता है।
हमारे बल्लेबाज किसी भी पिच पर खुद को ढाल सकते हैं
कोटक ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हमारे बल्लेबाज किसी भी पिच पर खुद को ढाल सकते हैं। जब आप इस तरह के विकेट देखते हैं, तो हम योजना बनाते हैं, हम इसे फेज टू फेज आगे बढ़ाते हैं। पावरप्ले में रोहित की अपनी योजना होती है। शुभमन अपनी योजना के अनुसार खेलते हैं। और वे टीम की योजना के अनुसार खेलते हैं। जाहिर है कि अगर यह 350 रन का विकेट है तो खिलाड़ी थोड़ा और कठिन खेलते हैं। इस तरह के विकेट पर आप स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश करते हैं। आप खेल को गहराई तक ले जाने की कोशिश करते हैं और फिर अगर आप पीछा कर रहे हैं या बड़ा संभावित लक्ष्य निर्धारित करने की कोशिश कर रहे हैं तो खेल को खत्म करने की कोशिश करते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि हमने यह बहुत अच्छा किया है।” आकाश चोपड़ा ने कहा है कि भारतीय टीम को प्लेइंग 11 में बदलाव करना चाहिए। उन्होंने कुलदीप यादव की जगह वाशिंगटन सुंदर को मौका देना चाहिए। पूरी खबर पढ़ें।