न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल से एक दिन पहले शनिवार (8 मार्च) को दोपहर में भारतीय टीम ने आराम से ट्रेनिंग की। इस बीच पिच के पास हेड कोच गौतम गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की मीटिंग ने सभी को उत्सुक कर दिया। उनके हाव-भाव से ऐसा लग रहा था कि चर्चा फाइनल के लिए पिच के बारे में थी। भारत को 50 ओवर के प्रारूप में आईसीसी खिताब के सूखे को खत्म करने के लिए रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है।
हालांकि, भारत दुबई में सूखी पिच से पूरी तरह वाकिफ है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित ने स्वीकार किया था कि वे उलझन में थे कि पहले बल्लेबाजी करें या बाद में, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि पिच कैसा व्यवहार करेगी। फाइनल के लिए भी ऐसा ही भ्रम है। खासकर दुबई में परिस्थितियां बदलने के बाद। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन हफ्तों से तापमान सुहावना बना हुआ था और शाम में ठंडी होती थी। कभी-कभी तेज हवा भी होती थी। हालांकि, गुरुवार से ठंड गायब है और तापमान 10 डिग्री तक बढ़ गया है।
पिच भारत के सामने सबसे बड़ी पहेली
अब पिच कैसी होगी यह भारत के सामने सबसे बड़ी पहेली है। जैसा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था मैच आगे बढ़ने के साथ पिच बेहतर होने के संकेत दे रही थी। अगर यह गर्मी रही तो ओस पड़ने की भी प्रबल संभावना है, जो बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए मददगार हो सकती है। ऐसे में टॉस की भूमिका हो सकती है।
चार स्पिनरों की रणनीति पर विचार करना पड़ सकता
ओस होने के कारण भारत को पिछले दो मैचों में अपनाई गई चार स्पिनरों की रणनीति पर विचार करना पड़ सकता है। ओस होने पर स्पिनर बेअर हो सकते हैं। ऐसा करने पर एक सवाल जरूर उठेगा। जबकुछ कुछ गड़बड़ ही नहीं हुआ तो क्यों बदलाव किया जाए? चार स्पिनर्स को खिलाने से न केवल भारत की गेंदबाजी मजबूत होती है, बल्कि न्यूजीलैंड पर बढ़त भी मिलती है।
पिच होगी अबूझ पहेली
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने बेहतरीन क्रिकेट खेला है। हर चुनौती का सामना करते हुए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ा है। प्रत्येक मैच के साथ उनके विरोधियों का स्तर बढ़ता गया है, लेकिन भारत अपनी मजबूत टीम के दम पर उन्हें मात देने में सफल रहा है। फाइनल के लिए उन्हें एक और अनूठी चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि यह मैच उसी पिच पर खेला जाएगा, जिस पर दो सप्ताह पहले भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला था। ये अबूझ पहेली है।
भारतीय खिलाड़ियों के दिमाग में पिच घूम रही
भारतीय खिलाड़ियों के दिमाग में पिच चल रही है। इसका सबूत मैच से एक दिन पहले ट्रेनिंग सेशन में देखने को मिला। सबसे पहले रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की स्पिन तिकड़ी ने पिच का बारीकी से निरीक्षण किया। फिर मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी यही किया। इसके तुरंत बाद आईसीसी एकेडमी में नेट सेश कर रहे कप्तान रोहित सीधे पिच पर चले गए। उन्होंने गंभीर के साथ लंबी बातचीत की। लगभग 20 मिनट की जीवंत बातचीत के बाद रोहित ने कोहली को बुलाया जो तब तक फुट-वॉली खेल रहे थे। अगले 10 मिनट तक तीनों एक साथ बैठे रहे, रोहित और कोहली दोनों एक ही राय रखते दिखे। लेकिन यह दूर से देखने का अनुमान है।
भारत को इन 4 कीवियों से रहना होगा सतर्क
भारतीय टीम को फाइनल में न्यूजीलैंड के 4 क्रिकेटर्स से सावधान रहना होगा। ये खिलाड़ी है केन विलियमसन, रचिन रविंद्र, कप्तान मिचेल सैंटनर और मैट हेनरी। विलियमसन ने भारत के खिलाफ अपनी पिछली छह पारियों में 83.25 की औसत और 79.28 की स्ट्राइक रेट से 333 रन बनाए हैं, जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं। रचिन रविंद्र ने 3 पारियों में 226 रन ठोके हैं। इसमें 2 शतक शामिल हैं। वह स्पिन भी अच्छी करते हैं। इसी तरह मिचेल सैंटनर की स्पिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए दिक्कत हो सकती है। मैट हेनरी के खेलने पर सस्पेंस हैं। उनके कंधे में चोट है। हालांकि, शनिवार को अभ्यास करते दिखे। भारत के खिलाफ लीग स्टेज में उन्होंने 5 विकेट लिए थे। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि भारत को कोई हरा सकता है तो वह न्यूजीलैंड हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।