आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज से ठीक पहले भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर थी। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस दौरे पर पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली थी जिसमें टीम इंडिया को 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था। हार्दिक पांड्या की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए यह हार बहुत ही ज्यादा शर्मनाक रही, लेकिन इस सीरीज में भारतीय युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से सुर्खियां जरूर बटोरी। युवा तिलक वर्मा ने इस टी20 सीरीज के जरिए अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया और कैरेबियाई टीम के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित भी किया।

दूसरे मैच में एक रन बनाकर आउट हुए तिलक वर्मा

तिलक वर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज के चार मैचों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की और उनकी बल्लेबाजी के बाद यहां तक बात होने लगी कि उन्हें वनडे वर्ल्ड कप में अगर श्रेयस नहीं खेलते हैं तो नंबर चार पर मौका देना चाहिए। खैर वेस्टइंडीज सीरीज के खत्म होने के बाद टीम इंडिया आयरलैंड पहुंची जहां भारत और मेजबान के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज के पहले मैच में भारत को जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में डकवर्थ-लुईस नियम से 2 रन से जीत मिली। भारतीय टीम की शुरुआत को सीरीज में अच्छी थी, लेकिन तिलक वर्मा की बल्लेबाजी काफी खराब रही।

पहले मैच में तिलक वर्मा ने सिर्फ एक गेंद का सामना किया और बिना खाता खोले यानी गोल्डन डक पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। इस मैच में तिलक वर्मा को बल्लेबाजी के लिए चौथे नंबर से प्रमोट करते हुए तीसरे नंबर पर भेजा गया था जिससे कि उन्हें बल्लेबाजी के लिए ज्यादा समय मिल पाए, लेकिन पहले मैच में उन्होंने बेहद निराश किया। वहीं दूसरे मैच में एक बार फिर से तिलक वर्मा को बल्लेबाजी के लिए तीसरे नंबर पर ही भेजा गया, लेकिन इस बार भी उनका बल्ला नहीं चल पाया। हालांकि वो खाता खोलने में कामयाब जरूर रहे और 2 गेंदों का सामना करते हुए एक रन भी बनाए, लेकिन कैच आउट हो गए।

दूसरे मैच में आयरलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत की तरफ से पारी की शुरुआत यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ ने की, लेकिन यश्सवी 11 गेंदों पर एक छक्का और 2 चौके लगाते हुए 18 रन बनाकर आउट हो गए। भारत का पहला विकेट 29 रन के स्कोर पर गिरा और फिर दूसरे विकेट के रूप में तिलक वर्मा ने अपना विकेट 34 रन के योग पर गंवा दिया।