IND vs ENG: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कि लॉर्ड्स टेस्ट मैच के चौथे दिन यशस्वी जायसवाल के खराब शॉट ने मैच को पूरी तरह से ओपन कर दिया और इंग्लैंड को जीत के लिए प्रेरित किया। तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 193 रन का टारगेट रखा था, लेकिन भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और जोफ्रा आर्चर ने भारत की दूसरी पारी के दूसरे ही ओवर में यशस्वी को आउट कर दिया।

भारत को ओपनर यशस्वी ने जोफ्रा की गेंद पर पुल शॉट खेलने की कोशिश की जिससे गेंद ऊपर की तरफ उछल गई और विकेटकीपर जेमी स्मिथ ने उनका कैच पकड़ लिया। वो दूसरी पारी में 7 गेंदों पर बिना खाता खोले ही आउट हो गए और भारत का पहला विकेट सिर्फ 5 रन के स्कोर पर ही गिर गया। हाल ही में स्टुअर्ट ब्रॉड ने जायसवाल के शॉट पर बात की और कहा कि यशस्वी को जोफ्रा की गेंद को अपर कट करने की कोशिश करनी चाहिए थी क्योंकि क्रीज पर उनकी मौजूदगी स्कोरबोर्ड को बढाए रख सकती थी।

यशस्वी के आउट होने से बदल गया मैच

स्टुअर्ट ब्रॉड ने फॉर द लव ऑफ क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा कि तो यशस्वी जायसवाल का आउट होना वाकई वो काफी खराब शॉट था। मुझे हैरानी है कि उन्होंने गेंद को ऑफ साइड में कट करने की कोशिश ही नहीं की। अचानक इंग्लैंड को लगा कि ठीक है, हम इस मैच में वापस आ गए हैं। यशस्वी ऐसे खिलाड़ी हैं जो स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाते हैं। कम टारगेट देकर जब आप डिफेंड कर रहे हों और जब आप गेंदबाजी करने आते हैं तो डर बना रहता है। ब्रॉड ने आगे कहा कि जब आपके पास सहवाग, वॉर्नर जैसे ओपनर होते हैं तो वो मैच को आपसे दूर ले जा सकते हैं, लेकिन अब इस तरह के बैटर आउट हो जाते हैं तो फिर आपके पास मौका होता है।

ब्रॉड ने बताया कि कैसे करुण नायर के क्रीज पर आने से इंग्लैंड को आक्रामक फील्डिंग सेट करने और खेल पर नियंत्रण बनाने में मदद मिली। ब्रॉड ने कहा कि जैसे ही करुण नायर आए, वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो हर गेंद को योग्यता के मुताबिक खेलते हैं, इंग्लैंड खेल पर नियंत्रण बना सकता था और आक्रामक फील्डिंग सेट कर दबाव बना सकता था। इसलिए मुझे लगा कि यह वाकई एक बड़ा पल था। इंग्लैंड ने शुरुआत में ही सफलता हासिल कर ली, जायसवाल आउट हो गए। इसके बाद इंग्लैंड ने दबाव बना लिया।