इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को भारत ने एक मैच बाकी रहते 3-1 से अपने नाम कर लिया है। इस टेस्ट सीरीजमें अबतक 4 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। इससे पहले 2020/21 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। तब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में धूल चटाई थी। इंग्लैंड के खिलाफ पूरी टेस्ट सीरीज में विराट कोहली और मोहम्मद शमी जैसे दिग्गज खिलाड़ी बाहर हो गए। इसके अलावा पहले टेस्ट के बाद केएल राहुल बाहर हुए। रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह एक-एक टेस्ट में नहीं खेले। ऐसे में भारत को विशाखापत्तनम, राजकोट और रांची में सबसे अनुभवहीन प्लेइंग 11 के साथ मैदान में उतरा। ऐसे में नजर डालते है चारों खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर:
विशाखापत्तनम में रजत पाटीदार
केएल राहुल के चोटिल होने के कारण भारत ने दाएं हाथ के बल्लेबाज रजत पाटीदार को पदार्पण का मौका दिया। अपनी पहली पारी में उन्होंने शानदार 32 रन बनाए, लेकिन उसके बाद से वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। अगली पांच पारियों में उनका स्कोर 9, 5, 0, 17 और 0 रहा। ये पारियां बताती हैं कि पाटीदार की घरेलू क्रिकेट का रुख करें। अगर उन्हें धर्मशाला में पांचवें और अंतिम टेस्ट में मौका मिलता है तो यह आश्चर्य की बात होगी।
राजकोट में सरफराज खान
पिछले दो साल में सरफराज खान को टेस्ट टीम से नजरअंदाज करने पर खूब शोर मचा। श्रेयस अय्यर के बाहर होने के बाद सरफराज टीम में आए और मौके को भुनाया। राजकोट में डेब्यू का मौका मिला। पहली पारी में काउंटर अटैकिंग 62 रनों की पारी खेली और दूसरे में नाबाद 68 रनों की पारी खेली। भारतीय परिस्थितियों में खासकर स्पिनरों के खिलाफ वह उपयोगी हो सकते हैं।
राजकोट में ध्रुव जुरेल
जब केएस भरत रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे और बल्लेबाजी क्रम कमजोर था तब भारत ने ध्रुव जुरेल की ओर रुख किया। 8 नंबर पर आकर उन्होंने 46 रन से पारी खेली। वह बल्लेबाजी के दौरान सहज दिखे। रांची में पहली पारी में 90 रन बनाए और भारत को 177-7 से 307 तक पहुंचाकर अपनी योग्यता दिखाई। इसके बाद चौथे दिन दबाव में नाबाद 39 रनों की पारी ने यह सुनिश्चित कर दिया कि जुरेल को प्लेयर ऑफ द मैच मिले।
रांची में आकाशदीप
मोहम्मद शमी के न होने पर जसप्रीत बुमराह को आराम देने से तेज गेंदबाजी में अनुभव कमी हो गई। मुकेश कुमार के प्रभावी न दिखने पर चौथे टेस्ट में आकाशदीप आए। उन्होंने छाप छोड़ने में ज्यादा समय नहीं लिया। चौथे टेस्ट के पहले दिन आकाश ने ही फॉर्म में चल रहे इंग्लैंड के शीर्ष क्रम बेन डकेट, जैक क्रॉली और ओली पोप को आउट किया। इससे यह सुनिश्चित हो गया कि पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड बहुत बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाएगा।