IND vs ENG: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 की पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम की प्लेइंग इलेवन से कुलदीप यादव को बाहर किए जाने पर खुलकर बात की। गांगुली का मानना है कि इस अनुभवी स्पिनर को पिछले तीन मैचों में खेलना चाहिए था, क्योंकि बिना क्वालिटी स्पिनर के टेस्ट मैच में 20 विकेट लेना आसान नहीं है।

बिना अच्छे स्पिनर के 20 विकेट लेना संभव नहीं

ओवल टेस्ट में टीम इंडिया तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिन ऑलराउंडरों के साथ मैदान पर उतरी और कुलदीप यादव एक बार फिर इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेलने का मौका चूक गए। हालांकि कुलदीप ने 2018 में इंग्लैंड में एक मैच खेला था और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने इस टीम के खिलाफ अब तक 6 टेस्ट मैचों में 22.28 की औसत से 21 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका बेस्ट प्रदर्शन 72 रन देकर 5 विकेट रहा है।

कुलदीप ने अक्टूबर 2024 के बाद से एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है और उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। 2017 में अपने डेब्यू के बाद से उन्होंने सिर्फ 13 टेस्ट खेले हैं जिनमें 22.16 की औसत से 56 विकेट लिए हैं और चार बार पारी में पांच विकेट लिए हैं। कुलदीप को नहीं खिलाने के फैसले की आलोचना हुई है क्योंकि वह एक विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज हैं।

गांगुली ने कहा कि कुलदीप यादव को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे, तीसरे और चौथे टेस्ट में खेलना चाहिए था। बिना अच्छे स्पिन गेंदबाजों के आपको मैच के पांचवें दिन विरोधी टीम को आउट करना मुश्किल हो जाएगा। मैनचेस्टर में भारत ने अच्छी बल्लेबाजी की और आखिरी दिन पिच थोड़ी खुरदरी और टर्न वाली थी लेकिन उनके पास कोई अच्छा स्पिन गेंदबाज नहीं था। इसीलिए उन्हें 20 विकेट नहीं मिले। पहले इंग्लैंड की टीम में ग्रीन स्वान, मोंटी पनेसर या फिर श्रीलंका की टीम में मुथैया मुरलीधरन तो वहीं भारत के पास अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, अश्विन जैसे स्पिनर थे जो 5वें दिन विकेट लेते थे। कुलदीप भी ऐसे ही गेंदबाज हैं जिन्हें भारत भविष्य में खिला सकता है।