भारत-इंग्लैंड के बीच रांची में चौथे टेस्ट में मुश्किल रन चेज में शुभमन गिल की दूसरी पारी में अर्धशतक ने एक बल्लेबाज के तौर पर उनकी परिपक्वता को दिखाया। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी सीरीज होने के बावजूद 24 टेस्ट मैचों के बाद गिल का टेस्ट रिकॉर्ड औसत दर्जे का रहा है। वह अबतक लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर,राहुल द्रविड़ और विराट कोहली जैसी छाप नहीं छोड़ पाए हैं।

24 टेस्ट के बाद भारतीय क्रिकेट के इन दिग्गजों का रिकॉर्ड गिल से काफी बेहतर था। गिल ने अपने छोटे से करियर में 33.71 की औसत से 1382 रन बनाए हैं। इसमें तीन शतक उनके नाम हैं। 24 वर्षीय खिलाड़ी ने 2021 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में डेब्यू किया। पहले मैच में 45 और नाबाद 35 रन की पारी खेली थे। एक नजर डालते हैं 24 टेस्ट के बाद इन चारों खिलाड़ियों के रिकॉर्ड पर।

सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर ने 200 मैच में 53.79 की औसत से 15921 रन बनाए। इसमें 51 शतक शामिल है। पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू मैच में 15 रन बनाने वाले इस बल्लेबाज ने सालों तक भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को अपने कंधों पर ढोया। 24 मैच तक इस बल्लेबाज ने 44.24 की औसत से 1460 रन बनाए। उन्होंने पांच शतक बनाए। देश और विदेश हर जगह अच्छी बल्लेबाजी करते थे।

विराट कोहली

विराट कोहली ने 113 मैच में 49.61 की औसत से 8848 रन बनाए है। इसमें 29 शतक शामिल हैं। भारत के दिग्गज बल्लेबाज ने सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया। पहले मैच में 4 और 15 रन का स्कोर किया। शुरू के कुछ टेस्ट में संघर्ष। इसके बाद रेड-बॉल क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। हालांकि, 24 टेस्ट के बाद उन्होंने 46.51 की औसत से 1721 रन बनाए। अपने करियर के इस पड़ाव पर कोहली छह शतक बना लिए थे।

राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने 164 मैच में 52.31 की औसत से 13288 रन बनाए हैं। इसमें 36 शतक शामिल हैं। वर्तमान भारतीय कोच अपनी पीढ़ी के सबसे बेहतरीन और सबसे सम्मानित बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने टेस्ट मैच क्रिकेट में 95 रन की धमाकेदार पारी खेलकर करियर की शुरुआत की। 24 मैचों के बाद उन्होंने 50.92 की औसत से 1833 रन बनाए। हालांकि, वह केवल 2 शतक बना पाए थे, लेकिन उन्होंने लगातार 80 और 90 का स्कोर किया।

सुनील गावस्कर

सुनील गावस्कर ने 125 मैच में 52.31 की औसत से 10122 रन बनाए हैं। इसमें 34 शतक शामिल हैं। कोहली, द्रविड़ और तेंदुलकर के विपरीत, लिटिल मास्टर ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत तब दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार की थी। तब वेस्टइंडीज की टीम एक से एक धाकड़ तेज गेंदबाज थे। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 65 और नाबाद 67 रन की पारी खेली। 24वें टेस्ट मैच तक उनका औसत पहले ही 51.78 हो चुका था और उनके नाम पर 2123 रन थे और उन्होंने बहुत कम उम्र में सर्वाधिक आठ शतक बनाए थे।