IND vs ENG: मैनचेस्ट टेस्ट मैच के दूसरे दिन जब भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत गंभीर इंजरी के बाद बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे तब पूरे स्टेडियम ने उनके लिए ताली बजाई, लेकिन दूसरी तरफ एक कड़वा सच ये भी था कि क्या इस तरह की स्थिति में उनसे बल्लेबाजी करवाना सही था।

पंत जब चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन 37 रन पर खेल रहे थे तब एक गेंद पांव पर लगने के बाद वो इंजर्ड हो गए थे और स्कैन के बाद पता चला कि उन्हें पांव में फ्रैक्चर है, लेकिन इसके बाद भी वो बैटिंग के लिए आए और टीम के लिए अहम 54 रन की पारी खेली और भारत के स्कोर को 358 तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई।

पंत के बैटिंग करने से भड़के डोडा गणेश

पंत का गंभीर इंजरी के बाद मैदान पर आना टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी डोडा गणेश को बिल्कुल भी नहीं भाया और उन्होंने भारतीय टीम मैनेजमेंट को खरी-खोटी सुना दी। डोडा गणेश ने अपने एक्स अकाउंट पर पंत को लेकर लिखा कि उम्मीद है कि पंत का ये कदम भारत के लिए नुकसानदेह साबित ना हो। उन्होंने लिखा कि पंत इस स्थिति में दो रन नहीं दौड़ सकते साथ ही उनके चोट के और ज्यादा बढ़ने की पूरी संभावना है। क्या ड्रेसिंग रूम के समझदार लोगों ने इस बारे में सोचा है? #ENGvIND

जाहिर है कि पंत इस स्थिति में अगर बैटिंग करने आए तो इसमें किसका हाथ रहा होगा। क्या उन्होंने खुद ये फैसला किया या फिर टीम मैनेजमेंट ने उन पर बैटिंग करने का दबाव डाला होगा। ये सरासर पंत के क्रिकेट करियर के साथ खिलवाड़ ही है कि उन्हें ऐसी स्थिति में बैटिंग के लिए भेजा गया। वैसे अगर पंत बल्लेबाजी नहीं करने आते तो भारत को 10 बैटर के साथ ही खेलना होता और उनके आने से भारत को कितना फायदा हुआ। उन्होंने इंजरी के बाद टीम के लिए 14 रन और जोड़े। अगर 14 रन कम भी बनते तो इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ना था, लेकिन पंत की इंजरी बढ़ गई तो भारत को आगे समस्या हो सकती है।