भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैच की सीरीज का पहला टेस्ट हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। पहले दिन 25 जनवरी 2024 को इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। उसका यह फैसला बहुत सफल होता नहीं दिखा। बेन स्टोक्स की पारी (88 गेंद, 70 रन, 6 चौके, 3 छक्के) को छोड़ दिया जाए तो उसका कोई भी बल्लेबाज टिककर बल्लेबाजी नहीं कर पाया।
इंग्लैंड की पहली पारी मैच के पहले दिन चायकाल के थोड़ी देर बाद 64.3 ओवर में 246 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड ने चायकाल तक 8 विकेट पर 215 रन बनाए थे। चायकाल के समय कप्तान बेन स्टोक्स 43 और मार्क वुड सात रन बनाकर नाबाद थे। भारतीय तिकड़ी (रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल) फिरकी के आगे इंग्लैंड का मध्यक्रम चरमरा गया। जॉनी बेयरस्टो 37 रन बनाकर आउट हुए।
रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने क्रमशः 88 और 68 रन देकर 3-3 विकेट लिए, जबकि जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल क्रमशः 28 और 33 रन देकर 2-2 विकेट झटके। चायकाल तक रविंद्र जडेजा ने 75 रन देकर 3 विकेट, जबकि अश्विन और अक्षर पटेल क्रमशः 55 और 33 रन देकर 2-2 विकेट लिए थे। जसप्रीत बुमराह ने रेहान अहमद का विकेट लेकर भारत को 7वीं सफलता दिलाई थी।
लंच तक इंग्लैंड ने गंवाए थे 3 विकेट
इससे पहले लंच के समय इंग्लैंड का स्कोर 3 विकेट 108 रन था। कहना गलत नहीं होगा कि लंच तक भारतीय स्पिनर्स ने पिच से मिली मदद का फायदा उठाते हुए इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति को बेअसर कर दिया था। लंच के समय जो रूट 18 और जॉनी बेयरस्टो 32 रन बनाकर नाबाद थे।
ठीक हुई थी इंग्लैंड की शुरुआत
इंग्लैंड की शुरुआत ठीक रही थी। सलामी बल्लेबाजों बेन डकेट और जैक क्रॉली ने पहले 8 ओवर में 41 रन बना लिए थे। नौवें ओवर में अश्विन ने डकेट को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। बेन डकेट ने 39 गेंद में 7 चौकों की मदद से 35 रन बनाए।
बेन डकेट के पवेलियन लौटते समय इंग्लैंड के खाते में 55 रन थे। इसके बाद 14वें ओवर में रविंद्र जडेजा ने ओली पोप को पहली स्लिप में कप्तान रोहित शर्मा के हाथों लपकवाया। अगले ओवर में अश्विन ने जैक क्रॉली को अपना 492वां टेस्ट शिकार बनाया। उनकी फुल लेंथ बॉल पर जैक क्रॉली ने मोहम्मद सिराज को कैच थमाया।