जो रूट टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को भी पीछे छोड़ दिया। अब वह सिर्फ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं। भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट के तीसरे दिन (25 जुलाई) को वह इस प्रारूप में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में कुमार संगकारा की बराबरी करते हुए चौथे स्थान पर भी पहुंच गए। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने प्रभावहीन भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाकर रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड अपने नाम किए।

रूट तीसरे दिन चाय के समय 201 गेंदों पर 121 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि जब रूट ने यह उपलब्धि हासिल की, तब पोंटिंग खुद कमेंट्री कर रहे थे। इस पारी के दौरान 34 वर्षीय रूट ने सबसे पहले राहुल द्रविड़ (13,288) और फिर जैक्स कैलिस (13,289) को पीछे छोड़ते हुए अब तक के सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वालों की सूची में अपना नाम दर्ज कराया। इसके बाद रूट ने अपना शतक पूरा करके पोंटिंग को पीछे छोड़ दिया।

जो रूट का 38वां शतक, कुमार संगकारा की बराबरी की; सचिन तेंदुलकर के अलावा केवल इन खिलाड़ियों से पीछे

सचिन तेंदुलकर से पीछे

रूट के करियर का कुल रन 13,380 रन था जब मैनचेस्टर टेस्ट के तीसरे चायकाल हो गया। उन्होंने 157 टेस्ट मैचों में 51.26 के औसत से यह उपलब्धि हासिल की है। पोंटिंग ने 168 टेस्ट मैचों में 51.85 के औसत से 41 शतकों और 62 अर्धशतकों के साथ 13,378 रन बनाए हैं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर टेस्ट में रन बनाने के मामले में शीर्ष पर हैं। भारत के इस महान खिलाड़ी ने 200 टेस्ट मैचों में 53.78 के औसत से 15,921 रन बनाए हैं। उन्होंने 51 टेस्ट शतक और 68 अर्धशतक बनाए हैं।

इंग्लैंड ने बनाई बढ़त

ओली पोप ने पहले सत्र में प्रभावशाली प्रदर्शन किया, लेकिन इंग्लैंड के तीसरे नंबर के बल्लेबाज लंच के बाद तीसरे ओवर में 71 रन पर आउट हो गए। वाशिंगटन सुंदर ने हैरी ब्रूक को जल्द ही स्टंप आउट करवाकर भारत को मुकाबले में वापसी की उम्मीद जगाई। इसके बाद रूट और कप्तान बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड को बढ़त दिलाई। रूट सुबह दिक्कत में दिखे थे। वह 22 रन के स्कोर पर एलबीडब्ल्यू से बचे। रन आउट से भी बचे।