रांची टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम की पहली पारी 307 के कुल स्कोर पर सिमट गई। इससे पहले इंग्लैंड ने 353 रन बनाए थे। इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 46 रन की लीड हासिल की। दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया लेकिन ध्रुव जुरेल और कुलदीप यादव की अहम साझेदारी के दम पर भारत स्कोर को 300 पार पहुंचाने में कामयाब रहा।

भारत ने दूसरे दिन के आखिर तक सात विकेट खोकर  219 रन बनाए। विकेटकीपर ध्रुव जुरेल 30 और कुलदीप यादव 17 रन बनाकर खेल रहे थे। तीसरे दिन दोनों ने बल्लेबाजी शुरू की। पहले घंटे में उन्होंने इंग्लैंड को विकेट के लिए काफी तरसाया। ध्रुव और कुलदीप दोनों ही धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे। हालांकि मौका मिलते ही जुरेल ने बड़े शॉट्स खेलना शुरू किया। जुरेल की संयम भरी 90 रनों की पारी का अंत टॉम हार्टले ने किया।

दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों ने किया निराश

भारत ने दूसरे दिन पहले सत्र में कप्तान रोहित शर्मा (02) तथा दूसरे सत्र में शुभमन गिल (38), रजत पाटीदार (17) और रविंद्र जडेजा (12) के विकेट गंवाए। इंग्लैंड की तरफ से दूसरे सत्र में तीनों विकेट बशीर ने लिये। जायसवाल, सरफराज खान (14) और रविचंद्रन अश्विन (01) तीसरे सत्र में पवेलियन लौटे।

अच्छी नहीं थी भारत की शुरुआत

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने तीसरे ओवर में ही रोहित का विकेट गंवा दिया। अनुभवी जेम्स एंडरसन की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद रोहित के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर बेन फॉक्स के दस्तानों में समा गई। जायसवाल ने गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी की। हालांकि इसके बाद विकेट का गिरना शुरू हुआ। गिल शुरुआत में संभल का बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन फिर वह अपने ही अंदाज अंदाज में बल्लेबाजी करने लगे। तभी वह युवा बशीर की गेंद एलबीडब्ल्यू हो गए।

सरफराज भी रहे फ्लॉप

पाटीदार फिर से मौके का फायदा उठाने में असफल रहे। वह बशीर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। वहीं विस्फोटक ऑलराउंडर जडेजा लगातार दो छक्के लगाकर बशीर ने ओली पोप के हाथों कैच करा दिया। बशीर ने जायसवाल को बड़ी पारी नहीं खेलने दी और नीची रहती गेंद पर उन्हें बोल्ड करके भारत को करारा झटका दिया। अपने डेब्यू टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने वाले सरफराज हार्टले की गेंद पर रूट ने स्लिप में उनका शानदार कैच लिया। हार्टले ने अश्विन को भी ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया।