भारत के पूर्व विकेटकीपर दिनेश कार्तिक का मानना ​​है कि ऋषभ पंत को टेस्ट क्रिकेट में भारत का सबसे महान विकेटकीपर-बल्लेबाज करार दिया जाना पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की विरासत का अपमाान करना है।

दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से कहा, यह कहना बिल्कुल अस्वीकार्य है कि उन्होंने 34 टेस्ट खेले हैं और वह पहले से ही भारत के सबसे महान विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। चलिए समय लेते हैं, निष्कर्ष पर नहीं पहुंचते। निश्चित रूप से वह सही रास्ते पर हैं और वह भारत के अब तक के सबसे महान विकेटकीपर के रूप में अपना करियर पूरा करेंगे।

दिनेश कार्तिक ने एमएस धोनी के टेस्ट मैचेस की संख्या का उल्लेख करते हुए कहा, ‘विकेटकीपर के रूप में भी धोनी की साख को कम मत समझिए। उन्होंने न केवल शानदार विकेटकीपिंग की, बल्लेबाजी की और भारत के लिए बहुत-बहुत महत्वपूर्ण समय पर रन बनाए, बल्कि उन्होंने भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर भी पहुंचाया, इसलिए जब आप किसी खिलाड़ी के बारे में बात करते हैं तो आपको उस पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए।’

ऋषभ पंत साल 2020 के बाद से टेस्ट में भारत के लिए तीसरे (रोहित शर्मा और विराट कोहली के बाद) सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका में टेस्ट शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज भी हैं।

ऋषभ पंत ने करीब 2 साल बाद बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट से क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में वापसी की। उन्होंने छठा शतक लगाया और भारत की 280 रन की जीत में अहम भूमिका निभाई। पूर्व भारतीय कप्तान के साथ तुलना करने पर ऋषभ पंत ने जोर देकर कहा कि वह केवल अपना रास्ता बना रहे थे।

ऋषभ पंत ने JioCinema से बातचीत में कहा था, ‘यह CSK (चेन्नई सुपर किंग्स) का घरेलू मैदान है। माही भाई ने यहां बहुत क्रिकेट खेला है, लेकिन मेरे लिए जैसा कि मैंने पहले कहा है, मैं खुद बनना चाहता हूं। मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित नहीं करता कि क्या कहा जा रहा है या मेरे आस-पास क्या हो रहा है। मैं चीजों को सरल रखता हूं और अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करता हूं। यहां का माहौल अद्भुत था और मैंने इसका वास्तव में आनंद लिया।’