IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने टीम इंडिया के युवा ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की जमकर प्रशंसा की और उनकी तुलना सुनील गावस्कर के साथ की। उन्होंने बताया कि यशस्वी जायसवाल में गावस्कर का कौन सा गुण मौजूद है। यशस्वी जायसवाल इस वक्त ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं और इस सीरीज के पहले मुकाबले में पर्थ में उन्होंने दूसरी पारी में गजब की शतकीय पारी खेली थी जिसके दम पर टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया पर 295 रन से बड़ी जीत मिली थी।

यशस्वी में है गावस्कर की तरह रन बनाने की भूख

2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से जायसवाल खेल के इस पारंपरिक प्रारूप में भारत के लिए एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। 2024 इस युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज के लिए एक सफल वर्ष साबित हुआ क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दो दोहरे शतकों के साथ केवल 14 मैचों में 1304 रन बनाए हैं। संजय बांगड़ ने यशस्वी जायसवाल की असाधारण तकनीकी कौशल और मजबूत तकनीक की प्रशंसा की जिसकी वजह से उन्हें अपने करियर की शुरुआत में ही अलग पहचान मिली।

संजय बांगड़ ने स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए कहा कि मैं उनके बारे में दो बातें कहूंगा। पहली बात यह कि वह तकनीकी रूप से बहुत मजबूत है और सफल होने के लिए जिस तरह के टेंपरामेंट की जरूरत है वो भी उनके पास है। वो अपने निजी जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव से गुजरे हैं और क्रिकेट उनके लिए बहुत मायने रखा है। वो अभी जहां हैं वहां पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की और बड़े स्कोर बनाने की भूख वास्तव में उन्हें एक बल्लेबाज के रूप में परिभाषित करती है।

बांगड़ ने कहा कि यशस्वी का दृढ़ संकल्प और बड़े स्कोर बनाने की उनकी भूख ही उन्हें एक बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज बनाती है। बांगड़ ने यशस्वी की खूबियों की तुलना महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर से की। उन्होंने कहा कि अब तक उनके अधिकांश शतक या टेस्ट क्रिकेट में उनके सभी शतक लगभग 150 के स्कोर के रहे हैं, और यह बताता है कि एक बल्लेबाज के रूप में उनकी क्षमता क्या है। इस तरह की क्षमता वाला कोई और बल्लेबाज पहले कौन था, तो वो गावस्कर थे। यशस्वी में जो रन बनाने की भूख है वो गावस्कर जैसा ही है।

इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को टेस्ट प्रारूप में खेलना छोड़ देना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे का भी कारण बताया।