वर्ल्ड कप में पूरी तरह दबदबा कायम करने के बाद टीम इंडिया को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली और उसने घर पर विश्व चैंपियन बनने का मौका खो दिया। साल 2011 में भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 28 साल के इंतजार के बाद वर्ल्ड कप जीता था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के इस हार के कई कारण रहे।
1) रोहित शर्मा का आउट होना
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अच्छी लय में थे। वह इकलौते बल्लेबाज थे जो कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की थी। 31 गेंदों में उन्होंने 47 रन बनाए जिसमें चार चौके और तीन छक्के मारे। उनका क्रीज पर रहना काफी जरूरी था। ऐसा होता तो टीम का स्कोर और ज्यादा हो सकता था। ट्रैविस हेड के शानदार कैच ने उनकी पारी का अंत किया।
2) श्रेयस अय्यर और गिल जल्दी आउट होना
शुभमन गिल केवल चार रन बनाकर आउट हुए। वहीं श्रेयस अय्यर भी चार ही रन बना सके। इससे भारत कहीं न कहीं बैकफुट पर आ गया।
3) नहीं चले भारतीय गेंदबाज
पूरे टूर्नामेंट में भारतीय गेंदबाजों का बोलबाला रहा। उन्होंने किसी भी टीम को खुद पर हावी नहीं होने दिया। उनके खिलाफ 100 रन बनाना भी विरोधियों को भारी पड़ रहा था। हालांकि रविवार को तस्वीर उलटी नजर आई। 241 के स्कोर को डिफेंड करते हुए टीम इंडिया के गेंदबाज केवल तीन ही विकेट ले सके।
4) भारत की खराब फील्डिंग
भारत ने इस मैच में 18 अतिरिक्त रन दिए। जिसमें बाय के पांच और लेग बाय के दो रन शामिल थे। भारतीय टीम ने सख्त फील्डिंग नहीं की जिससे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लगातार सिंगल लेते रहे और उनपर दबाव नहीं आया।
