भारतीय क्रिकेट टीम का लक्ष्य अब फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वनडे वर्ल्ड कप 2023 का खिताब जीतने पर है। इस महामुकाबले से पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में कई मसलों पर खुलकर बातचीत की और कहा कि ऐसा नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में एडवांटेज है। वह कहते हैं कि उनकी टीम में कुछ खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2015 का फाइनल खेला था तो हमारे पास भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कई अहम फाइनल खेले हैं। विराट कोहली और आर अश्विन 2011 विनर टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
फाइनल में खेलना है बेस्ट क्रिकेट
रोहित शर्मा ने कहा कि मैं औरा में विश्वास नहीं करता और जैसा कि मैंने कहा था कि हमें फाइनल में अपना बेस्ट क्रिकेट खेलना है। हमने पिछले 10 मैचों में जो कुछ किया उस पर विश्वास नहीं है। अगर हम कर गलतियां करते हैं तो हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा और हमने इस वर्ल्ड कप में यही मंत्र अपनाया है। हमें किसी भी तरह की गलती से बचना होगा और तभी जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप से पहले मेरे पास एक निश्चित तरीके से खेलने की योजना थी। मुझे नहीं पता था कि यह सफल होगा। जैसे ही मैं पारी शुरू करता हूं तो वहां पर खुद को अभिव्यक्त करने की थोड़ी आजाती होती है। इंग्लैंड के खिलाफ मुझे अपना खेल बदलना पड़ा, मुझे जो भी टीम के लिए सही लगेगा मैं वह करने के लिए तैयार हूं।
द्रविड़ की भूमिका रही है खास
उन्होंने आगे कहा कि 2100 का वह पल बहुत ही भावुक और कठिन समय था जब मैं टीम में नहीं था, लेकिन मैं आज इस मुकाम पर हूं और इसकी खुशी है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं विश्व कप फाइनल में भारत की कप्तानी करूंगा। वर्ल्ड कप से पहले मैं टीम में एक अच्छी जगह बनाना चाहता हूं। हिटमैन ने कहा कि राहुल द्रविड़ की भूमिका बहुत बड़ी रही है खासतौर पर वह जिस तरह से खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देते हैं और उनकी भूमिका को स्पष्ट रखते हैं। फाइनल खेलना हमारे लिए बहुत बड़ा पल है और इसका सपना हमने देखा था और अब वह दिन आ गया है।
फाइनल से पहले शांत रहने की जरूरत
रोहित शर्मा ने कहा कि जब से मैं कप्तान बना हूं तब से हमने इस दिन के लिए तैयार की है। हमें पिछले 2 वर्षों में हर प्रारूप के मुताबिक खिलाड़ियों की पहचान करनी थी। हमने खिलाड़ियों की भूमिका में स्पष्टता को लेकर चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि हमें शांत रहने की जरूरत है और इस बड़े खेल से पहले शांत बनाए रखना है। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमें इस विश्व कप फाइनल में आने की हकदार थी। हमने वर्ल्ड कप से पहले सबकी भूमिका तय की थी और सभी खिलाड़ियों ने अपना काम किया है। मो. शमी शुरुआती कुछ मैचों में नहीं खेले थे लेकिन वह सिराज और बुमराह की मदद के लिए वहां थे। वह अपनी गेंदबाजी पर काफी मेहनत कर रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।