रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी20 इंटरनेशनल और टेस्ट दोनों फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि वे वनडे फॉर्मेट में कब तक खेल पाएंगे। रोहित को कप्तानी से हटाए जाने के बाद से, इस बात को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि वे 2027 विश्व कप का हिस्सा होंगे या नहीं। बहरहाल, पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि दोनों दिग्गज टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल जैसी विदाई के हकदार हैं।

क्रिकेट प्रेडिक्ट टीवी शो में 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे मदनलाल ने कहा, ‘रोहित और विराट में अब भी बहुत क्रिकेट बाकी है। वे ऐसी विदाई के हकदार हैं जो हर किसी की आंखों में आंसू ला दे, कुछ ऐसा जैसा दुनिया ने राफेल नडाल के संन्यास के समय देखा था। भारत को भी उन्हें उसी तरह सम्मान देना चाहिए। उनके जैसे खिलाड़ी पीढ़ी में एक बार ही मिलते हैं।’

मदन लाल ने कहा, ‘विराट को अब अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने की जरूरत है क्योंकि उनका सामना एक मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम से होगा। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अपना सब कुछ दिया है। उनके जुनून, फिटनेस और भूख ने सर्वोच्च मानक स्थापित किए हैं। इस समय उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत मानसिक मजबूती की है। संन्यास लेना उनका निजी फैसला है, लेकिन हां, जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया तो मुझे हैरानी हुई।’

रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य पर गौतम गंभीर

वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने स्वीकार किया कि 50 ओवरों का विश्व कप अभी ढाई साल दूर है और रोहित शर्मा तथा विराट कोहली के बारे में पूछे जाने पर वर्तमान में रहना जरूरी है।

गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था, ‘50 ओवरों का विश्व कप अभी ढाई साल दूर है। वर्तमान में रहना बहुत जरूरी है। जाहिर है वे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। वे वापसी कर रहे हैं। उनका अनुभव ऑस्ट्रेलिया में काम आएगा। उम्मीद है कि उन दोनों का दौरा सफल रहेगा और उससे भी जरूरी बात यह है कि एक टीम के तौर पर हम एक सफल सीरीज खेल पाएंगे।’

भारतीय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम की घोषणा करते हुए कहा, ‘मेरा मतलब है, वे (विराट और रोहित) इस समय इसी फॉर्मेट में खेल रहे हैं। हमने उन्हें चुना है, लेकिन जहां तक 2027 के विश्व कप की बात है, मुझे नहीं लगता कि हमें आज इस बारे में बात करने की जरूरत है। जाहिर है, कप्तानी बदलने के साथ आमतौर पर यही सोचा जाता है।’