ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि इस साल के अंत में भारत के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर होने वाली पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के दौरान ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन और मिशेल मार्श की मेहनत बढ़ेगी। दोनों ऑलराउंडर का गेंदबाजी वर्कलोड़ अधिक होगा। इसका उद्देश्य कमिंस-मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की पेस तिकड़ी को पूरी सीरीज खेलने में मदद मिलेगी।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो सीरीज 2018-19 और 2020-21 में जीती हैं। पिछले सीजन में, ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ सात टेस्ट मैचों के लिए फ्रंटलाइन गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव नहीं किया था। ग्रीन ने वेस्टइंडीज सीरीज के दौरान वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को एक अतिरिक्त तेज गेंदबाजी विकल्प प्रदान किया, लेकिन अगले चार टेस्ट मैचों में केवल 42 ओवर ही गेंदबाजी की। वह नंबर चार के बल्लेबाज के तौर पर खेले, जब डेविड वार्नर के संन्यास के बाद स्टीव स्मिथ ओपनिंग बल्लेबाजी के लिए आए।

कमिंस ने क्या कहा?

कमिंस ने ईएसपीएनक्रिकेइंफो से कहा, “ऑलराउंडर्स का होना बहुत बड़ी बात है। हमें उनका उतना इस्तेमाल नहीं करना पड़ा जितना हमने सोचा था। जो एक अच्छी बात है। पिछली कुछ गर्मियां काफी हल्की रहीं हैं और जल्दी टेस्ट मैच पूरा हुए हैं। मुझे लगता है कि इस बार गर्मियों में हालात थोड़ा अलग हो सकता है। हम कैम ग्रीन और मिच मार्श पर थोड़ा और भरोसा करेंगे। कैम जैसे खिलाड़ी ने भी मूल रूप से शील्ड क्रिकेट में गेंदबाज के तौर पर शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें टेस्ट मैचों में बहुत ज्यादा गेंदबाजी नहीं करनी पड़ी। अब वह कुछ साल बिता चुके हैं, मुझे लगता है कि हम उन पर थोड़ा और भरोसा जता सकते हैं।”

कैमरन ग्रीन ने टेस्ट में 35.31 की औसत से 35 विकेट लिए

ग्रीन ने टेस्ट में 35.31 की औसत से 35 विकेट लिए हैं। वह एक बार पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। युवा ऑलराउंडर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला और उन्होंने वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार 174 रन बनाए और दिखाया कि वह इस पोजिशन पर क्या कर सकते हैं। बीजीटी सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष छह को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि स्मिथ ने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर निराशाजनक प्रदर्शन किया है। लेकिन यह लगभग तय है कि मार्श और ग्रीन शीर्ष छह का हिस्सा होंगे।