वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों से मात देकर पहली बार WTC का खिताब अपने नाम कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया की इस जीत में तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की अहम भूमिका रही। इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने ओवल टेस्ट के आखिरी दिन गेम चेंजिंग स्पेल डालकर भारत को बैकफुट पर धकेलने का काम किया।
बोलैंड का गेम चेंजिंग स्पेल
स्कॉट बोलैंड ने इस पूरे मैच में 5 विकेट लिए। पहली पारी में उन्होंने 2.90 की इकॉनोमी से रन देते हुए 2 विकेट लिए थे। वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 3 विकेट अपने नाम किए, जिसमें से 2 विकेट उन्होंने आखिरी दिन में लिए। स्कॉट बोलैंड के स्पेल का सबसे बड़ा विकेट विराट कोहली का था। वहीं से मैच का मोमेंटम ऑस्ट्रेलिया की तरफ शिफ्ट हुआ था। कोहली के आउट होने के बाद बोलैंड ने जडेजा को आउट कर भारत को मैच से पूरी तरह से बाहर कर दिया।
गिल का भी विकेट बोलैंड ने लिया था
स्कॉट बोलैंड ने मैच के चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया को पहली सफलता दिलाने का काम भी किया था। बोलैंड ने ही शुभमन गिल के रूप में ऑस्ट्रेलिया को पहला विकेट दिलाया था। उसके बाद से उन्हें पूरे दिन कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन पांचवे दिन का खेल जैसे ही शुरू हुआ तो उन्होंने अपने चौथे ओवर में विराट कोहली का विकेट लेकर मैच का रूख पलट दिया। विराट के आउट होने के बाद बोलैंड ने इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर रविंद्र जडेजा को पवेलियन भेजने का काम किया। इस मोमेंटम के बाद भारत की मैच में वापसी ही नहीं हो पाई।
बोलैंड के टेस्ट आंकड़े
इस युवा गेंदबाज ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ ही अपना डेब्यू किया था। अपने डेब्यू में ही उन्होंने पांच विकेट लिए थे। बोलैंड ने अभी तक 8 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 33 विकेट वह अपने नाम कर चुके हैं। भारत के खिलाफ यह उनका दूसरा टेस्ट मैच था।
धोनी की कप्तानी में खेल चुके हैं बोलैंड
आपको बता दें कि स्कॉट बोलैंड इस मैच से पहले जोश हेजलवुड की वजह से प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बने। हेजलवुड चोट से पूरी तरह रिकवर नहीं हुए, जिसके बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। इसके अलावा स्कॉट बोलैंड 7 साल पहले 2016 में एमएस धोनी की कप्तानी में भी खेल चुके हैं। दरअसल, बोलैंड उस वक्त आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेले थे। उस सीजन में उन्हें 2 मैच ही खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 2 विकेट लिए थे।