वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों से हराकर पहली पार WTC का खिताब अपने नाम कर लिया है। टीम इंडिया दूसरी पारी में कुल 234 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह लगातार दूसरा मौका है जब भारतीय टीम WTC Final में जाकर हारी है। इससे पहले 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टीम इंडिया इस खिताब को जीतने से रह गई थी।

रोहित का फैसला बना हार का कारण!

ओवल टेस्ट में भारत की हार के कारण बहुत से रहे। बल्लेबाजों का फ्लॉप रहना और पहली पारी में बेकार गेंदबाजी के अलावा रोहित शर्मा का टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला भी हार का कारण बना। जी हां, रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी। वेदर और पिच कंडीशन को देखते हुए रोहित ने यह फैसला लिया था, लेकिन पहले ही दिन रोहित का फैसला गलत साबित हो गया था। ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट तो जल्दी गिर गए थे, लेकिन उसके बाद भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरसे थे।

आंकड़ों के लिहाज से भी रोहित का फैसला था गलत!

रोहित शर्मा का यह फैसला आंकड़ों के लिहाज से भी बहुत गलत था। भारतीय टीम के आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए कुल 58 मैच खेले हैं, जिसें से 9 मैचों में जीत मिली है और 21 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 28 मैच ड्रॉ साबित हुए हैं। भारत के आंकड़ों के लिहाज से रोहित शर्मा का यह फैसला गलत था। साथ ही कई दिग्गज खिलाड़ियों ने भी रोहित के फैसले पर सवाल खड़े किए थे।

मैच का लेखा-जोखा

लंदन के द ओवल मैदान पर खेले गए WTC Final में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 270/8 के स्कोर पर घोषित की और भारत को जीत के लिए 444 रन का टारगेट दिया था। भारतीय टीम पहली पारी में 296 रन पर ऑलआउट हो गई, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 469 रन ऑलआउट हुई थी। भारत की दूसरी पारी 234 रन पर सिमट गई।