World Test Championship 2023, India vs Australia: आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 के फाइनल मुकाबले के चौथे दिन 10 जून को शुभमन गिल दूसरी पारी में 19 गेंद में 18 रन बनाकर आउट हुए। स्कॉट बोलैंड ने 8वें ओवर की पहली गेंद पर शुभमन गिल को गली में कैमरन ग्रीन के हाथों कैच आउट कराया। हालांकि, ग्रीन के कैच पकड़ने को लेकर ही विवाद हो गया।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने थर्ड अंपायर पर गुस्सा निकाला। लोगों ने अंपायरों पर ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में फैसले देने के आरोप लगाए। थर्ड अंपायर ने बताया कि गेंद के नीचे अंगुलियां थीं, लेकिन कमेंटेटर्स समेत अन्य जिसने भी देखा उसने बताया कि अंगुलियां स्पिल्ट थीं और गेंद घास को छू रही थी, इसलिए शुभमन गिल को आउट नहीं दिया जाना चाहिए था।
सभी नहीं कहा कि यदि थर्ड अंपायर को बार-बार रिप्ले देखने के बावजूद इस बात के पर्याप्त सबूत नहीं मिले थे कि गेंद ने कैच से पहले जमीन को छुआ है तो बेनेफिट ऑफ डाउट बल्लेबाज को मिलना चाहिए था, लेकिन थर्ड अंपायर ने ऐसा नहीं किया।
शुभमन गिल को इस तरह से आउट दिया जाना भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री को भी रास नहीं आया। उन्होंने डिज्नी+हॉटस्टार (Disney+Hotstar) पर कहा, अगर शुभमन गिल की जगह स्टीव स्मिथ होते तो अंपायर नॉट आउट बताते। रवि शास्त्री ने भले ही यह बात हंसते हुए कही थी, लेकिन एक तरह से यह थर्ड अंपायर पर तंज ही था।
कुमार संगकारा ने भी थर्ड अंपायर के फैसले पर संदेह जताया
यही नहीं, आईसीसी फीड पर रिकी पोंटिंग के साथी कमेंटेटर और श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने भी थर्ड अंपायर के फैसले पर संदेह जताया। कुमार संगकारा ने कहा, हां, यह इस बारे में है कि आप इसे कैसे देखते हैं। उन्होंने अंगुलियों के नीचे से गेंद को कैच किया, लेकिन अगर गेंद का कोई हिस्सा जमीन को छूता है, तो इसकी व्याख्या गेंद को हाथ में रहने में मदद के रूप में की जा सकती है और आमतौर पर अंपायर हमेशा नॉट आउट का फैसला लेते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम 14 खिलाड़ियों से खेल रही: सोशल मीडिया पर लोगों ने निकाला गुस्सा
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने थर्ड अंपायर पर गुस्सा निकाला। कई लोगों ने लिखा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम 11 खिलाड़ियों के साथ खेल रही है, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम 14 खिलाड़ियों (11 खिलाड़ी और तीन अंपायर) के साथ खेल रही है। बता दें कि पहली पारी के दौरान भी अंपायरिंग को लेकर सवाल उठाए गए। अंपायर्स ने ज्यादातर बार एलबीडब्ल्यू की अपील नकार दी थी।