ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में मजबूत शुरुआत हासिल कर ली है। पहले दिन बारिश के कारण केवल 13.2 ओवर का खेल हो सका था, लेकिन दूसरे दिन टीम ने शानदार बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाज संघर्ष करते दिखे। ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को देखते हुए टॉस के बाद रोहित के फैसले पर सवाल उठे रहे हैं। साथ ही ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को मौका देने के फैसले को भी सोशल मीडिया पर गलत माना गया। हालांकि भारतीय गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्केल ने रोहित शर्मा के फैसले का बचाव किया।

रोहित ने क्यों चुनी गेंदबाजी

मॉर्ने मोर्कल ने बताया कि टॉस जीतने के बाद रोहित ने गेंदबाजी का फैसला क्यों किया। उन्होंने कहा, “पिच को देखते हुए मैंने सोचा कि अगर हम सही फील्ड में गेंद डाल सकें तो हम विकेट ले सकते हैं। हमारे लिए अहम था कि ज्यादातर समय रन-रेट को कंट्रोल में रखें और धैर्य बनाए रखें। अगर हम पहले एक या दो विकेट ले लेते तो हमारा पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित होता।

रविंद्र जडेजा को मौका देने की भी बताई वजह

इसके बाद मॉर्केल ने रविंद्र जडेजा की भी तारीफ की और बताया कि ब्रिस्बेन में उन्हें मौका क्यों दिया गया। मॉर्केल ने कहा, “जड्डू को इस मैच में आने से पहले ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन वह ऐसा खिलाड़ी भी है जिसने बहुत सारे टेस्ट विकेट लिए हैं। वह एक बहुत ही अनुभवी खिलाड़ी है और हमें लगा कि हम बाएं हाथ के गेंदबाजों का विकल्प रखना चाहते थे। जड्डू एक ऐसा खिलाड़ी है जो हमें बल्ले से भी बहुत कुछ दे सकता है, दुर्भाग्य से, आज एक स्पिनर के रूप में उसका दिन नहीं था। लेकिन, हां, मेरे लिए जड्डू एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी है और हम जानते हैं कि वह सब संभाल लेंगे।’

मोर्कल ने दिन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘हम कह सकते हैं कि वह (हेड) काफी अच्छी फॉर्म में हैं। लेकिन मुझे लगता है कि अगर आप 50 से 80 ओवरों तक देखें तो गेंद के साथ हम पिछले मैच में भी पिछड़ गए। हमने थोड़े बहुत रन लुटाए। इसलिए मुझे लगता है कि हमें इस विभाग में बेहतर होने की जरूरत है। ’’