स्टीव स्मिथ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने विशाखापत्तनम में बेहतरीन वापसी करते हुए टीम इंडिया को वनडे क्रिकेट में दूसरी बार 10 विकेट से हराने का कमाल किया। भारतीय टीम ने इस मैच में 26 ओवर में 117 रन बनाए थे और मेजबान टीम ने 11 ओवर में बिना विकेट खोए 121 रन बनाकर मैच को आसीनी से 39 ओवर यानी 234 गेंद पहले ही जीत लिया।
इस हार के बाद भारतीय टीम को वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी हार बचे हुए गेंद के मामले में मिली। इस मैच में मिचेल मार्श ने 36 गेंदों पर 6 छक्के व 6 चौकों की मदद से नाबाद 66 रन जबकि ट्रेविस हेड ने 30 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से नाबाद 51 रन की पारी खेली और नाबाद 121 रन की शतकीय साझेदारी की।
भारतीय टीम को पहली बार मिली सबसे करारी हार
भारतीय टीम को इस मैच में कंगारू टीम ने 234 गेंद शेष रहते हराया और वनडे क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब टीम इंडिया को इतने गेंद शेष रहते हुए हार का सामना करना पड़ा हो। यही नहीं इस मैच में भारतीय टीम को 10 विकेट से हार मिली और वनडे क्रिकेट में ये दूसरा मौका था जब कंगारू टीम ने भारत को 10 विकेट के अंतर से हराया है। इससे पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को साल 2020 में 10 विकेट से हराने में सफलता अर्जित की थी और उसके बाद अब मेजबान टीम ने ऐसा कमाल किया।
ऑस्ट्रेलिया ने सुधारा अपना रिकॉर्ड
गेंद और विकेटों के मामले में वनडे इतिहास में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ सबसे बड़ी जीत दर्ज की और अपने रिकॉर्ड को सुधारा। इससे पहले कंगारू टीम ने गेंद और विकेटों के मामले में सबसे बड़ी जीत यूएसए पर की थी तब ऑस्ट्रेलिया ने उस टीम को 253 गेंद और 9 विकेट शेष रहते हुए हराया था।
गेंदों और विकेटों के मामले में वनडे इतिहास में ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी जीत
-234 गेंदों और 10 विकेट बनाम भारत
-253 गेंदों और 9 विकेट बनाम यूएसए
-244 गेंदों और 9 विकेट बनाम वेस्टइंडीज