भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को एडिलेड में टेस्ट मैच में मध्यक्रम में खेलने का सुझाव देने के आठ दिन बाद भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अपने रुख पर यू-टर्न ले लिया है। शास्त्री के कोच रहते पांच साल पहले रोहित शर्मा को टेस्ट मैचों में ओपनिंग के लिए प्रमोट किया गया था। उन्होंने अब कप्तान से शनिवार (14 दिसंबर) से ब्रिस्बेन में शुरू होने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में शीर्ष क्रम में ओपनिंग स्लॉट में लौटने का आग्रह किया है।
रोहित शर्मा ने पिंक बॉल टेस्ट में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छुआ था। रोहित के नीचे खेलने का मतलब था कि केएल राहुल ने यशस्वी जायसवाल के ओपनिंग की। कप्तान और मुख्य कोच गौतम गंभीर ने एक महीने पहले कहा था कि कर्नाटक के बल्लेबाज के लिए नंबर 6 स्लॉट पर खेलेंगे।
ओपनिंग आक्रामक बल्लेबाजी के अनुकूल
रवि शास्त्री को नहीं लगता कि रोहित की किस्मत में कोई नाटकीय बदलाव आएगा, लेकिन उनका मानना है कि ओपनिंग उनके नए आक्रामक बल्लेबाजी के तरीके के अनुकूल होगा। उन्होंने गुरुवार को एक इवेंट के दौरान कहा, “पिछले 8 या 9 सालों में उन्होंने यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ऐसा नहीं है कि वह दुनिया में धूम मचाने जा रहे हैं,वह ऐसा कर सकते हैं,लेकिन यही वह जगह है, जो उवके लिए सबसे अच्छी है, आगे बढ़कर नेतृत्व करना होगा।”
भारत अपने फैसले को सुधारे
रवि शास्त्री ने कहा, “अगर उन्हें नुकसान पहुंचाना है। अगर उन्हें पहला पंच मारना है, तो यही सबसे अच्छी जगह है जहां से वह ऐसा कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि भारत यहां अपने फैसले को सुधारे क्योंकि सीरीज में 1-1 की बराबरी है। यह एक मूविंग टेस्ट मैच है।” रोहित ने पिछले सप्ताह पिंक बॉल टेस्ट से पहले अपनी पिछली 10 पारियों में केवल एक अर्धशतक बनाया था। इसके बाद शास्त्री ने भारत से ओपनिंग जोड़ी में बगैर बदलाव के उतरने का आग्रह किया था। ऐसे में कप्तान मध्यक्रम में उतरे। इस बीच रोहित ने नेट्स में ओपनिंग में लौटने का संदेश दिया। (खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)