भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन टेस्ट में खुद को फॉलोऑन से बचा लिया। हालांकि पहली पारी में भारत की बल्लेबाजों ने फैंस और दिग्गजों को निराश किया। टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज फ्लॉप रहे। विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहल ने इस मैच में संयम दिखाया। टीम को फॉलोऑन से बचाने में उनका अहम रोल रहा। राहुल इस सीरीज में भरोसेमंद साबित हुए हैं।

मैच के चौथे दिन केएल राहुल से उनकी इश सफलता का राज पूछा गया। राहुल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देखिए, मुझे पूरा यकीन है कि हर किसी की अपनी-अपनी योजनाएं होती हैं… आपको शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में थोड़ी किस्मत की भी जरूरत होती है।’’

क्या था केएल राहुल का प्लान

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप शुरुआती 10-15 ओवर में अच्छा खेल पाते हैं और थोड़ा आत्मविश्वास हासिल कर लेते हैं तो आपके लिए चीजें थोड़ी आसान हो जाती हैं, फिर आप अच्छा महसूस करने लगते हैं और आपको ऑस्ट्रेलिया में कूकाबूरा गेंद के साथ गति और उछाल के साथ खेलने में मजा आने लगता है।’’

हर किसी की अलग योजना

राहुल ने कहा, ‘‘यह सभी के लिए उन शुरुआती 20-30 गेंद को पार करने के बारे में है और हर कोई ऐसा करने की पूरी कोशिश कर रहा है और यह एक लंबी सीरीज है। हमने अब तक तीन मैच में पांच पारियां खेली हैं इसलिए मुझे यकीन है कि अगली बार जब हम बल्लेबाजी करेंगे तो हर कोई अपनी खुद की योजना बनाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती 30 ओवर में आप केवल एक ही चीज कर सकते हैं कि अपने डिफेंस को मजबूत करें, कोशिश करें और सम्मान करें कि पहले 30 ओवर गेंदबाजों का समय है और उन्हें उनका समय दें, गेंदों को छोड़ें, जितना संभव हो उतना ठोस खेलने की कोशिश करें और फिर गेंद के पुराने होने पर इसका फायदा उठाने की कोशिश करें। तो यही मेरी योजना है और यह बहुत सरल है और मुझे यकीन है कि यह सभी के लिए योजना है।’’