भारत के खिलाफ एडिलेड टेस्ट से पहले मार्नस लाबुशेन के फॉर्म पर संदेह था, लेकिन वह पिंक बॉल क खिलाफ शाम के मुश्किल सत्र में टिके रहने में सफल रहे। इसके बाद अगले दिन एक महत्वपूर्ण अर्धशतक बनाया। लाबुशेन की 64 रन की पारी पर्थ में पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद आई। इस स्कोर के बावजूद इस साल लाबुशेन का औसत सिर्फ 28.09 रहा है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डेविड वॉर्नर ने लाबुशेन की फॉर्म पर सवाल उठाए हैं।
हेराल्ड सन से वॉर्नर ने कहा, “मैं अभी भी मार्नस को लेकर आश्वस्त नहीं हूं। मुझे नहीं लगता कि वह अपनी क्षमता के आसपास भी थे। हो सकता है कि उन्होंने पिच पर अच्छा समय बिताया हो और कुछ मुफ्त के रन भी मिले। उन्होंने उस रात अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन उन्होंने (भारतीय गेंदबाज) खराब गेंदबाजी की। इस नजरिए से, उनके पास बल्लेबाजी करने के लिए काफी अच्छी परिस्थितियां थीं।”
पिछली 40 पारियों में केवल एक शतक
30 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी पिछली 40 पारियों में केवल एक शतक बनाया है। क्रिकेट.कॉम.एयू से लाबुशेन ने कहा, “पर्थ टेस्ट के अंत में मुझे पता था कि मैं गेंद को अच्छी तरह से नहीं जा पा रहा था। मेरे खेलने के तरीके में बहुत सी चीजें ऐसी थीं जो मुझे पसंद नहीं आई। मैंने इससे जो सकारात्मक चीजें सीखीं, वह यह थी कि मेरी तकनीक और मेरे खेलने के तरीके के बावजूद, मैं मैदान पर लगभग 60 गेंदों तक टिकने में कामयाब रहा।”
60.82 का औसत गिरकर 40 का हुआ
दाएं हाथ के बल्लेबाज लाबुशेन ने 2018 में दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपनी पहली 52 पारियों में दस शतक और 13 अर्धशतकों के साथ 60.82 का औसत बनाया था। अगली 40 पारियों में उनका औसत गिरकर 40 हो गया और उस अवधि में केवल सात अर्धशतक और एक शतक ही बना पाए।
भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से
लाबुशेन के अनुसार एक गेंद पर अपना वजन अधिक ट्रांसफर करने की तकनीक को बदलना और गेंद से पहले अपने ट्रिगर मूवमेंट में बदलाव करना महत्वूर्ण था। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचो की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा में खेला जाएगा। चेतेश्वर पुजारा ने इस मैच के लिए भारत की प्लेइंग 11 में 1 बलाव का सुझाव दिया है। (पूरी खबर पढ़ें)