भारत और अफगानिस्तान के बीच तीसरा टी20 मैच काफी रोमांचक हुआ। सुपर ओवर के दौरान रोहित शर्मा और मोहम्मद नबी के बीच कहासुनी हुई थी। पहले सुपर ओवर की आखिरी गेंद पर विकेटकीपर संजू सैमसन ने थ्रो मारा। गेंद नबी के पैर पर लगी और उन्होंने 2 रन और चुरा लिए। भारतीय कप्तान इससे खुश नहीं थे।
रोहित शर्मा अपना आपा खो बैठे और उनकी अफगान खिलाड़ी के साथ तीखी बहस हुई। नबी का अतिरिक्त रन चुराने की वजह से एक बार फिर खेल भावना को लेकर बहस होने लगी। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस मामले पर अपनी राय दी है। उन्होंने मोहम्मद नबी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि रन आउट के लिए थ्रो हो और बल्लेबाज को गेंद लगकर कहीं और चली जाए तो उसके पास रन लेने का अधिकार है।
क्रिकेट की भावना?
रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ” मैं दौड़ रहा हूं और मुझे रन आउट करने की कोशिश हुई। थ्रो मुझे लगा और गेंद किसी और दिशा गई तो मुझे रन लेने का अधिकार है। क्रिकेट की भावना? फिर, मुझे माफ कीजिए। इसे सरल भाषा में समझें। एक गेंदबाज सिर्फ आपका विकेट लेने के लिए गेंदबाजी कर रहा है। यदि आप उस गेंद को हिट करते हैं तो आप रन बना सकते हैं।”
रविचंद्रन अश्विन ने क्या कहा?
अश्विन ने आगे कहा, ” जब गेंद पैड से टकराती है, तो यह लेग बाई होता है। जब यह आपके शरीर से नहीं लगती और विकेटकीपर इसे छोड़ देता है, तो यह बाई होता है। जब गेंद क्रीज से दूर रहती है, तो वह वाइड होती है। जब गेंदबाज का पैर लाइन से बाहर आता है तो वह नो-बॉल होती है। ये सब तब होता है जब गेंदबाज किसी का विकेट लेने की कोशिश कर रहा हो और गेंद पर रन बनता। इसी तरह जब कोई फील्डर थ्रो करता है तो वे ऐसा क्यों करते हैं?”