ऋषभ पंत ने चोट के कारण तीन महीने बाद मैदान पर शानदार वापसी की है। उन्होंने रविवार (2 नवंबर) को बेंगलुरु स्थित भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ अनऑफिशियल टेस्ट के चौथे दिन इंडिया ए की दूसरी पारी में शतक से चूक गए।
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंडिया ए के कप्तान पंत 64 रन के स्कोर पर नाबाद थे। चौथे दिन शतक की ओर बढ़ते हुए 113 गेंदों पर 90 रन बनाकर आउट हो गए। पंत ने 11 चौके और चार छक्के लगाकर साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों के परखच्चे उड़ा दिए। टियान वैन वुरेन ने उनका विकेट लिया। इंडिया ए को 275 रन का लक्ष्य मिला है।
इंग्लैंड में पंत के पैर में चोट लग गई थी
इंग्लैंड में तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के दौरान पंत के पैर में चोट लग गई थी। जुलाई के आखिर में चौथे टेस्ट में रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में पेसर क्रिस वोक्स की गेंद उनके पैर पर लगी थी। चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें मैदान से बाहर एंबुलेंस से ले जाना पड़ा था। वह विकेटकीपिंग भी नहीं कर पाए। हालांकि, वह बल्लेबाजी के लौटे थे और जरूरत पड़ने पर दूसरी पारी में भी बल्लेबाजी के लिए आने को तैयार थे।
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पंत क्या बोले
पंत ने चोट से वापसी पर बीसीसीआई के एक वीडियो में कहा, “यह मेरे लिए सच में बहुत मुश्किल था। मुझे इंग्लैंड में फ्रैक्चर हुआ था और मुझे पूरे प्रोसेस से गुजरना पड़ा। प्रोसेस का पहला हिस्सा ठीक होना था। पहले छह हफ्तों तक फ्रैक्चर ठीक होने पर निगाहें थीं। फिर आप सीईओ में आते हैं। मैंने अपना रिहैब धीरे-धीरे शुरू किया। शुरुआती दिनों में थोड़ा फिजियो का काम किया। फिर धीरे-धीरे अपनी ताकत पर काम करने लगा और वहीं से दूसरा फेज शुरू हुआ। अभी मैं आपके साथ हूं, पूरी तरह ठीक हो गया हूं, इसके लिए सीओई का शुक्रिया।”
