भारतीय टीम निदाहास ट्रॉफी 2018 के लिए श्रीलंका पहुंच चुकी है। निदाहास ट्रॉफी की शुरुआत साल 1998 में हुई थी। श्रीलंका के पचासवें गणतंत्र दिवस के मौके और श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए इस टॉफी का आयोजन किया गया था। 20 साल पहले जब इस ट्रॉफी का आयोजन किया गया था तो भारत, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच यह टूर्नामेंट खेला गया था। इस टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम को तीन-तीन मैच खेलने थे। तीनों मैच जीतकर श्रीलंका पहले स्थान पर थी और भारत दूसरे स्थान पर जब्कि न्यूजीलैंड की उम्मीदों पर बारिश ने पानी फेर दिया था जिसके कारण फाइनल में न्यूजीलैंड टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।

7 जुलाई, 1998 में भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के प्रेमादास स्टेडियम में फाइनल मैच खेला गया था। क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन के नेतृत्व में भारतीय टीम ने छह रन से निदाहास ट्रॉफी 1998 जीती थी। महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की मजबूत 252 रनों की पारी की मदद से भारत यह ट्रॉफी जीतने में कामयाब हुआ था। भारत ने श्रीलंका के सामने 307 रनों का लक्ष्य रखा था। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन वे भारतीय गेंदबाजों के आगे टिक नहीं पाए और भारत ने छह रनों से फाइनल मैच जीत लिया था।

8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से सचिन ने 128 रन बनाए, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था। अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए सौरव गांगुली ने 109 रन बनाए थे। वहीं श्रीलंकाई खिलाड़ी अरविंदा डी सिल्वा को 368 रन और एक विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था। आपको बता दें कि श्रीलंका के 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर फिर से निदाहास ट्रॉफी का आयोजन किया गया है। बांग्लादेश, भारत और श्रीलंका के बीच यह ट्राई-नेशन सीरीज खेली जाएगी। इस टी20 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के सभी मैच कोलंबो के प्रेमादास स्टेडियम में खेले जाएंगे। रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम इस सीरीज को खेलेगी।