ऑलराउंडर लोगान वान बीक के सुपर ओपर में शानदार प्रदर्शन की बदौलत नीदरलैंड्स ने सोमवार को आईसीसी पुरुष विश्व कप क्वालीफायर में वेस्टइंडीज को हरा दिया। वेस्टइंडीज की यह लगातार दूसरी हार थी जिसने उनके वर्ल्ड कप खेलने की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया है। यह टीम क्वालिफायर से लगभग बाहर हो गई है। जिन वान बीक ने वेस्टइंडीज के पैरों तले जमीन खींच ली कभी उन्हीं के दादा मैदान पर वेस्टइंडीज के लिए पसीना बहाते नजर आते थे।
वेस्टइंडीज से खेले थे वान बीक के दादा
वान बीक के दादा सैमी गुइलिन भी क्रिकेटर थे। वह दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने दो देशों के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला। गुइलिन ने वेस्टइंडीज के लिए 1951 में डेब्यू किया। इस दौरान उन्होंने पांच टेस्ट मैच खेले। इसके बाद बीक न्यूजीलैंड चले गए। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए भी टेस्ट मुकाबले खेले। उनके पोते वान बीक नीदरलैंड्स की ओर से खेलते हैं और सोमवार को उन्होंने अपनी टीम को अब तक के अपने क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत दिलाई।
क्राइस्टचर्च में जन्में थे वान बीक
क्राइस्टचर्च में जन्में वान बीक ने सुपर ओवर में तीन छक्कों और तीन चौक्कों से 30 रन बनाने के बाद गेंद भी थामी और वेस्टइंडीज को सिर्फ आठ रन बनाने दिए। इस जीत से टीम ग्रुप ए में दूसरे स्थान पर रही और सुपर छह चरण में दो अंक के साथ जाएगी। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निकोलस पूरन के नाबाद 104 रन की बदौलत छह विकेट पर 374 रन बनाए। सलामी बल्लेबाजों ब्रेंडन किंग (76) और जॉनसन चार्ल्स (54) ने भी अर्धशतक जड़े।
नीदरलैंड्स को मिली ऐतिहासिक जीत
इसके जवाब में नीदरलैंड्स ने तेजा निदामानुरू (111) के शतक और कप्तान स्कॉट एडवर्डस (67) के साथ उनकी 143 रन की साझेदारी से नौ विकेट पर 374 रन का स्कोर बनाकर मैच टाई किया और फिर सुपर ओवर में बाजी मारी। एक अन्य मैच में सीन विलियम्स के 174 रन की मदद से जिंबाब्वे ने अमेरिका को 304 रन से हराकर लगातार चौथी जीत दर्ज की। जिंबाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 408 रन बनाए जो एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीम का सर्वाच्च स्कोर है। इसके जवाब में अमेरिका की टीम सिकंदर रजा (15 रन पर दो विकेट) और रिचर्ड नगारवा (25 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 25.1 ओवर में 104 रन पर ढेर हो गई। टीम के तीन बल्लेबाज रन आउट भी हुए।
