इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भारत और श्रीलंका के बीच बेंगलुरु में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट की पिच पर एक्शन लिया है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए डे नाइट टेस्ट की पिच को मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने औसत से भी कम रेटिंग दी है। इसके तहत इस पिच को आईसीसी द्वारा एक डिमेरिट अंक मिला है। इससे पहले रावलपिंडी (PAK vs AUS) की डेड पिच पर आईसीसी ने हंटर चलाया था।

आपको बता दें कि बेंगलुरू की पिच पर मैच के पहले दिन ही 16 विकेट गिरे थे। आईसीसी मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ द्वारा पेश रिपोर्ट में पिच को औसत से कम रेटिंग दी गई है। आईसीसी द्वारा अब इस पिच की निगरानी की जाएगी। आईसीसी पिच एंड आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रोसेस के तहत इस पिच के खाते में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है।

इस मैच में रेफरी रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ ने कहा, ‘पिच में पहले दिन ही अधिक टर्न देखने को मिला और हर सेशन के साथ गेंद ज्यादा ही टर्न हो रही थी। मेरे विचार से, यह बल्ले और गेंद के बीच एक समान मुकाबला नहीं था। इसलिए, आईसीसी के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए मैं इस पिच को औसत से नीचे मानता हूं।’

हाल ही में आईसीसी ने इससे पहले, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पर भी यही कार्रवाई की थी। उस मैच के रेफरी रंजन मदुगल्ले ने पिच को औसत से नीचे आंका था। इस रेटिंग के कारण पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के लिए इस्तेमाल हुई इस पिच के कारण रावलपिंडी ग्राउंड को एक डिमेरिट अंक मिला था।

क्या है आईसीसी का नियम?

आईसीसी द्वारा दी जाने वाली रेटिंग के अनुसार पिचों को वेरी गुड, गुड, एवरेज, बिलो एवरेज, पूअर और अनफिट में रेट किया जाता है। बिले एवरेज पर एक, पूअर पर तीन और अनफिट होने पर पांच डिमेरिट अंक दिए जाते हैं। यह डिमेरिट अंक अगले पांच साल तक मान्य रहते हैं। अगर किसी मैदान को 5 डिमेरट पॉइंट्स मिल जाते हैं तो उस पर एक साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं हो सकता। वहीं 10 डिमेरिट पॉइंट्स पर 2 साल का प्रतिबंध लगता है।

गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरू में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट को भारतीय टीम ने तीन दिन के अंदर ही 238 रनों से जीत लिया था। इस पिच पर पहले दिन भारतीय टीम ऑलआउट हो गई थी और श्रीलंका ने भी 6 विकेट गंवा दिए थे। दूसरे दिन श्रीलंका की दूसरी पारी सिमटी भारत ने 9 विकेट गंवाकर पारी घोषित की और श्रीलंका ने फिर एक विकेट गंवाया। इस तरह दो दिन में यहां 30 विकेट गिर गए थे। ऐसे में पिच पर गेंदबाजों को जबरदस्त मदद मिल रही थी। भारत ने यह मैच जीतकर 2-0 से श्रंखला अपने नाम की थी।