इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अफगानिस्तान की विस्थापित महिला क्रिकेटर्स की सहायता के लिए रविवार (13 अप्रैल) को एक समर्पित टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की। अफगानिस्तान की कई महिला क्रिकेटर अब ऑस्ट्रेलिया में निर्वासन में रह रही हैं। इसके लिए खेल की सर्वोच्च संस्था ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड के साथ हाथ मिलाया है।

आईसीसी ने ऐतिहासिक पहल में क्रिकेट के तीन सबसे प्रभावशाली बोर्ड बीसीसीआई, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के साथ हाथ मिलाया है ताकि ‘इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके क्रिकेट और व्यक्तिगत विकास दोनों यात्राओं में सहायता मिल सके’।

हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम भी होगा

इस पहल के तहत आईसीसी प्रत्यक्ष मौद्रिक सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित कोष स्थापित करेगा, जिससे कि यह सुनिश्चित हो सके कि इन क्रिकेटर्स के पास वे संसाधन हों जो उन्हें खेलन जारी रखने के लिए आवश्यकता है। आईसीसी ने विज्ञप्ति में कहा कि इसके साथ ही एक मजबूत। इसमें उन्नत कोचिंग, विश्व स्तरीय सुविधाएं और उन्हें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करने के लिए अनुकूलित मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

जय शाह क्या बोले

इस पहल पर आईसीसी के चेयरमैन जय शाह ने कहा, ‘‘इंटरनेशनल क्रिकेट में हम समावेशिता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हर क्रिकेटर को अपने हालात की परवाह किए बिना चमकने का अवसर मिले।’’ हमारे सहयोग से इस कार्यबल और सहायता कोष को शुरू करने पर गर्व है, जिसके साथ व्यापक हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम भी होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अफगानिस्तान की विस्थापित महिला क्रिकेटर खेल में अपनी यात्रा जारी रख सकें।’’

तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद महिलाओं के खेलने पर रोक

जय शाह ने कहा, ‘‘यह पहल क्रिकेट के वैश्विक विकास और एकता, लचीलापन और आशा को प्रेरित करने की इसकी शक्ति के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’’ आईसीसी का मानना ​​है कि यह पहल ना केवल अफगानिस्तान की महिला क्रिकेटरों के खेल करियर को संरक्षित करने में मदद करेगी बल्कि सीमाओं और प्रतिकूलताओं से परे एक एकीकृत शक्ति के रूप में खेल की भूमिका को भी मजबूत करेगी। वर्ष 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से अफगानिस्तान में महिलाओं को खेलों से प्रतिबंधित कर दिया गया है।