हैदराबाद। टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने हाल में इंचियोन में समाप्त हुए एशियाई खेलों में भारत के पांच पदक जीतने पर सोमवार को खुशी जाहिर की। हालांकि उन्हें लगता है कि देश ने जो टीम भेजी थी, उसे देखते हुए लोगों ने उनसे अच्छा करने की उम्मीद नहीं की थी।
सानिया ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं स्वर्ण और कांस्य पदक जीत सकी। मुझे लगता है कि लोगों ने उम्मीद नहीं की थी क्योंकि हम अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ वहां नहीं गए थे। लेकिन मैं बहुत खुश हूं कि हम पांच पदक के साथ लौट सके।’ शीर्ष खिलाड़ियों एशियाड से हटने के बाद भारतीय टेनिस टीम से उम्मीदें इतनी ज्यादा नहीं थीं।
सानिया और साकेत मायनेननी ने एशियाई खेलों में चीनी ताइपे की सिन यिन पंग और हाओ चिंग चान को हराकर देश के लिए मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता था। सानिया ने महिला युगल में प्रार्थना थोंमरे के साथ जोड़ी बनाकर कांस्य पदक भी हासिल किया था। इन दोनों पदकों के अलावा भारत की मायनेनी और सनम सिंह की पुरुष युगल जोड़ी ने रजत जबकि युकी भांबरी और दिविज शरण ने कांस्य पदक जीता था। युकी पुरुष सिंगल्स में कांसा जीतने में सफल रहे थे।
सानिया ने एशियाई खेलों से पहले अमेरिका ओपन में मिश्रित युगल खिताब जीता था, उन्होंने कहा कि वह इस समय अपने करियर से खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘इस समय मेरा करियर जिस तरीके से आगे बढ़ रहा है, मेरी जिंदगी जिस तरह चल रही है, उससे मैं काफी खुश हूं।’
सानिया ने कहा, ‘फिटनेस ठीक चल रही है। मैं पिछले एक हफ्ते से बीमार थी। मैं थोड़ी उबर रही हूं। मैं कुछ दिन का आराम लेना चाहती हूं। यह मेरे लिए बहुत लंबे महीने रहे हैं। लेकिन यह काफी अच्छा रहा है। इसलिए मैं अगले कुछ दिनों में आराम करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि वह अभी 2016 रियो ओलंपिक के बारे में नहीं सोच रही हैं लेकिन दो हफ्ते बाद सिंगापुर ओपन में खेलने के लिए तैयार हो रही हैं।’
सानिया ने कहा, ‘ओलंपिक अभी बहुत दूर हैं। मैं अब से दो हफ्ते बाद होने वाली प्रतियोगिता की योजना बना रही हूं। अगर मैं अब से दो साल तक टेनिस खेलती रही तो मैं वहां होऊंगी। इससे पहले मुझे काफी कुछ देखना होगा।’