भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को आईसीसी आचार संहिता के दो नियमों (अलग-अलग) के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद अगले दो अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। ये घटनाएं शनिवार 22 जुलाई 2023 को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ आईसीसी महिला चैंपियनशिप श्रृंखला के तीसरे मैच के दौरान हुईं थीं।

पहली घटना विशेष रूप से तब हुई जब हरमनप्रीत कौर ने भारत की पारी के 34वें ओवर में स्पिनर नाहिदा अख्तर की गेंद पर स्लिप में कैच आउट दिए जाने के बाद बल्ले से विकेटों पर प्रहार करके निराशा जाहिर की। लेवल 2 के अपराध के लिए हरमनप्रीत कौर पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। उन्हें अनुशासनात्मक रिकॉर्ड पर तीन डिमेरिट अंक दिए गए।

हरमनप्रीत कौर को ‘अंपायर के फैसले पर असहमति दिखाने’ से संबंधित खिलाड़ियों और खिलाड़ी सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया। हरमनप्रीत कौर पर ‘अंतरराष्ट्रयी मैच में हुई किसी घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना’ से संबंधित लेवल 1 के अपराध के लिए उनकी मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया। प्रेजेंटेशन सेरेमनी के दौरान हरमनप्रीत कौर ने मैच में अंपायरिंग की खुलेआम आलोचना की थी।

हरमनप्रीत कौर ने मान लिया अपराध

भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपराध स्वीकार कर लिया और एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी के अख्तर अहमद की ओर से प्रस्तावित प्रतिबंधों पर सहमति जाहिर की। परिणामस्वरूप, औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी और तुरंत प्रभाव से सजा लागू कर दी गई।

क्या कहता है आईसीसी की नियम

आमतौर पर लेवल 2 के उल्लंघन में खिलाड़ी की मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत तक जुर्माना और 3 या 4 डिमेरिट अंक दिए जाते हैं, जबकि लेवल 1 के उल्लंघन में न्यूनतम जुर्माना आधिकारिक फटकार, अधिकतम जुर्माना खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक होता है। हरमनप्रीत कौर के मामले में 4 डिमेरिट पॉइंट 2 निलंबन पॉइंट्स में बदले गए। इससे उन्हें एक टेस्ट मैच या दो वनडे या दो टी20 इंटरनेशनल (जो भी टीम के लिए पहले हो) से निलंबित कर दिया गया।