टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने हार्दिक पांड्या के टेस्ट करियर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हार्दिक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे क्योंकि उनका शरीर लंबे प्रारूप को झेल नहीं सकता। उन्होंने यह भी कहा है कि बॉडी फिट होगी तभी हार्दिक वर्ल्ड कप के बाद व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी टीम इंडिया की कप्तानी संभालेंगे। गौरतलब है कि पांड्या को कैरेबियाई दौरे पर वनडे टीम का उपकप्तान बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी वह उपकप्तान थे।

हार्दिक को लेकर शास्त्री का यह बयान इसलिए अहम है क्योंकि वह राहुल द्रविड़ से पहले टीम इंडिया के मुख्य कोच थे। वह इंडियन क्रिकेट टीम के सेटअप के प्रमुख हिस्सा थे। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की हार के बाद पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि हार्दिक को टेस्ट क्रिकेट में खेलना चाहिए।

रवि शास्त्री ने हार्दिक पांड्या को लेकर क्या कहा?

रवि शास्त्री ने हार्दिक पांड्या के टेस्ट क्रिकेट में खेलने और वनडे में कप्तानी को लेकर द वीक को दिए इंटरव्यू में कहा, “उनका शरीर टेस्ट क्रिकेट का बोझ नहीं झेल सकता। इसके बारे में बिल्कुल स्पष्ट होने की जरूरत है। विश्व कप के बाद अगर उनका शरीर फिट रहा तो उन्हें सफेद गेंद वाले क्रिकेट में कप्तानी संभालनी चाहिए।”

सीनियर खिलाड़ियों की जगह लेने के लिए युवा खिलाड़ी तैयार

रवि शास्त्री ने यह भी कहा है कि भारतीय क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से टीम से बाहर करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, ” कुछ सीनियर खिलाड़ियों की जगह लेने के लिए युवा खिलाड़ी तैयार हैं। टी20 क्रिकेट की बात आती है तो इसमें कोई संदेह नहीं है। 50 ओवर के क्रिकेट में कम और टेस्ट में तो और भी कम।”

टेस्ट क्रिकेट को लेकर युवाओं को चेताया

रवि शास्त्री ने उन युवाओं को कड़ी चेतावनी दी है, जिनका मानना है कि एक अच्छा व्हाइट बॉल क्रिकेटर होना आपको रेड बॉल टीम में जगह की गारंटी नहीं देता। उन्होंने कहा, ” आईपीएल के कारण, आपको व्हाइट बॉल क्रिकेट में बेहतरीन युवा खिलाड़ी दिखाई देते हैं। लेकिन इससे उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि उनका रेड-बॉल क्रिकेट में चयन होगा। मैं रेड-बॉल का रिकॉर्ड देखना पसंद करूंगा। मैं चयनकर्ताओं के साथ बैठूंगा और इस बारे में और पता लगाउंगा कि [लाल गेंद का प्रदर्शन] किसके खिलाफ था, किन परिस्थितियों में था, उनकी ताकत क्या है और टेंपरामेंट कैसा है।”