इंडियन प्रीमियर लीग 2008 (IPL 2008)में मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैच के दौरान हरभजन सिंह ने एस, श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था। एक बार फिर यह घटना चर्चा में है। आईपीएल के पहले कमिश्नर ललित मोदी ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के साथ पॉडकास्ट पर इस विवादास्पद फुटेज को जारी कर दिया।
कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलिया में एंड्रयू साइमंड्स के साथ हुए मंकीगेट कांड कारण हरभजन विवादों में फंसे थे। हरभजन के श्रीसंत को थप्पड़ जड़ने के मामले ने आईपीएल के पहले सत्र को हिलाकर रख दिया था। हरभजन के पेशेवर करियर पर एक ऐसा दाग लगा दिया था, जिसे कभी नहीं भरा जा सकता। इसके बाद हरभजन को उस सीजन के बाकी बचे मुंबई इंडियंस के 11 मैचों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अलावा बीसीसीआई ने उन पर पांच वनडे मैचों का और प्रतिबंध लगा दिया।
ललित मोदी ने बताया क्या हुआ था?
माइकल क्लार्क के पॉडकास्ट पर ललित मोदी ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने हरभजन सिंह और श्रीसंत के बीच हुए विवाद के विवादास्पद वीडियो क्लिप को 17 वर्षों तक छुपाए रखा। मोदी ने क्लार्क से कहा, “मैं तुम्हें बताता हूं कि क्या हुआ था। मैं तुम्हें वीडियो दूंगा। मैंने उसे संभाल कर रखा है। भज्जी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं। यह मैदान पर हुआ था और मैं वहां था। यह भज्जी और श्रीसंत थे। खेल खत्म हो गया था और कैमरे बंद थे। मेरा सिर्फ एक सुरक्षा कैमरा चालू था। जैसे ही टीमों ने खेलना बंद किया खिलाड़ी एक-दूसरे से हाथ मिला रहे थे और हाई-फाइव कर रहे थे। जब बात श्रीसंत और भज्जी की आई तो हरभजन ने उनसे कहा, ‘इधर आओ’ और उन्हें एक उल्टा थप्पड़ जड़ा।
श्रीसंत पर क्यों भड़के हरभजन
25 अप्रैल, 2008 को मोहाली में पंजाब के हाथों मुंबई इंडियंस की 66 रनों से हार के बाद हरभजन-श्रीसंत थप्पड़ कांड हुआ था। मैच के बाद दोनों टीमें हाथ मिला रही थीं। बाद में पता चला कि मुंबई इंडियंस के कप्तान हरभजन उस करारी हार के बाद श्रीसंत के हंसने और टिप्पणी करने से भड़क गए थे। श्रीसंत ने कहा था, “हार्ड लक।” हाल ही में जारी हुए वीडियो में हरभजन को श्रीसंत को उल्टे हाथ से थप्पड़ जड़ते देखा जा सकता है।
हाथापाई की नौबत
श्रीसंत को भी हरभजन की ओर बढ़ते देखा जा सकता है। हरभजन भी उनकी ओर बढ़ते। हाथापाई की नौबत आ जाती, लेकिन श्रीसंत के साथी इरफान पठान और महेला जयवर्धने ने बीच-बचाव करके उन्हें एक तरफ खींच लिया। इसके बाद पठान को हरभजन को पीछे ले जाते देखा जा सकता है। हरभजन को मैदान के बाहर मिलने का इशारा करते देखा जा सकता है।
हरभजन को आजीवन प्रतिबंध से बताया
ललित मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने हरभजन को आजीवन प्रतिबंध से बताया। अधिकारियों का एक वर्ग यह भी चाहता था कि अनुभवी ऑफ स्पिनर को आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाए। मोदी ने कहा, “मैंने उन दोनों को बैठाया और मीटिंग में ही भज्जी को सजा देनी पड़ी और मैंने उसे आठ मैचों के लिए सजा दी। उसे आठ मैचों का निलंबन मिला और कुछ लोग तो आजीवन निलंबन की मांग कर रहे थे।”