विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कुश्ती 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पहुंचने के बाद पदक से वंचित रह गईं। दरअसल, फाइनल मुकाबले वाले दिन की सुबह उनका वजन तय भार वर्ग से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इस कारण वह डिस्क्वालिफाई हो गईं और उनका नाम सबसे नीची रैंक पर कर दिया गया। ओलंपिक आयोजन समिति के इस फैसले से सभी भारतीय फैंस निराश हैं।
भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन ने फैसले को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में चुनौती दी। हालांकि, फैसला विनेश के पक्ष में आएगा इसकी उम्मीद बहुत कम ही है। इस कठिन समय में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह उनके साथ खड़े हैं।
हरभजन सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘इस मुश्किल वाले समय में मैं जरूर उनके साथ खड़ा हूं। एथलीट के जेहन में क्या चल रहा है, वह तो नहीं समझ सकते, लेकिन एक खिलाड़ी होने के नाते मैं यह समझ सकता हूं कि उनके पास शायद यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा मौका था। एक गोल्ड मेडल जीतना बहुत बड़ी बात होती है और आप गोल्ड मेडल के करीब आकर रह जाएं तो बहुत दुख वाली बात है।’
एक एथलीट ही दूसरे एथलीट का दुख समझ सकता है
हरभजन सिंह ने कहा, ‘यह हम सबके लिए बहुत दुख वाली बात है, पर एक एथलीट इस दुख को समझ सकता है कि उनके ऊपर क्या गुजर रही होगी। उनकी अगर यह अपील मान ली जाती है और उनको दोबारा लड़ने दिया जाता है तो… वैसे मुझे लगता नहीं है कि ओलंपिक के नियमों के तहत जो फैसला लिया हो वह वापस होता है।’
अपनी बात जारी रखते हुए हरभजन सिंह ने कहा, ‘…लेकिन हां सिल्वर तो उन्हें जरूर दिया जा सकता है और देना चाहिए क्योंकि वह डिजर्व करती हैं। वहां क्योंकि जीतकर पहुंची हैं। वहां (फाइनल) अगर वह खेलतीं तो वह जीततीं और गोल्ड मेडल लेकर आतीं। मैं उनको सिर्फ यही मैसेज दूंगा कि आप हमारा गोल्ड हो, आप हमारा स्वाभिमान हो, आप देश की शान हो।’
ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर मेडल जीतना बहुत बड़ी बात
हरभजन सिंह ने जैवलिन थ्रो में रजत पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा की भी तारीफ की। हरभजन सिंह ने कहा, ‘देखिए मुझे लगता है कि ओलंपिक में जाना बहुत बड़ी बात होती है और वहां पर गोल्ड मेडल जीतना, सिल्वर मेडल जीतना या ब्रॉन्ज मेडल जीतना बहुत ही बड़ी बात है। बहुत कम एथलीट को ऐसा सौभाग्य मिलता है कि वह अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सके और मेडल जीतकर आ सके।’
अगली बार फिर गोल्ड आएगा: हरभजन सिंह
हरभजन सिंह ने कहा, ‘नीरज के लिए बहुत बहुत मुबारकबाद। बहुत जबरदस्त खेले हो नीरज भाई। ठीक है गोल्ड नहीं आया, लेकिन आप ही हमारे गोल्ड हो। लगातार दो बार जीतना, पिछली बार गोल्ड, इस बार सिल्वर। यह दर्शाता है कि उन्होंने कितनी मेहनत की है। खेल में हार-जीत होती है। ऊपर-नीचे होता है। इस बार सिल्वर सही, अगली बार फिर गोल्ड आएगा।’