टोक्यो ओलंपिक का आज 9वां दिन था और इन नौ दिनों में कई उम्मीदें और कई सपनें टूटते दिखे। इसी बीच टेनिस में भी भारत की सानिया मिर्जा से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे अपनी जोड़ीदार अंकिता रैना के साथ डबल्स के पहले राउंड में ही हारकर बाहर हो गईं। इसके अलावा विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी और 20 सिंगल्स के ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले नोवाक जोकोविच भी टोक्यो से खाली हाथ लौटेंगे।

आपको बता दें शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबले में जोकोविच को एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने मात दी थी। उसके बाद शनिवार को ब्रॉन्ज मेडल मैच में भी उन्हें स्पेन के कैरेनो बुस्टा (Carreno Busta) के सामने हार का सामना करना पड़ा। ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले गए इस मुकाबले में बुस्टा ने जोकोविच को 6-4, 6-7, 6-3 से हराया।

विश्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी के लिए असफलता का दौर यहीं नहीं थमा। मिक्स्ड डबल्स इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच से पहले ही उनकी पार्टनर नीना स्टोजैनोविच ने अपना नाम वापस ले लिया। इसी के साथ उनका टोक्यो ओलंपिक में सफर खत्म हो गया। 20 बार ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम करने वाले नोवाक जोकोविच को खाली हाथ टोक्यो से लौटना पड़ेगा।


इससे पहले विश्व नंबर 2 और जापान की टेनिस स्टार नाओमी ओसाका मंगलवार को तीसरे राउंड में ही हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गईं थीं। ओसाका को चेक गणराज्य की माकेर्टा वोन्द्रूसोवा ने 6-1, 6-4 से मात दी थी। ओसाका को अपने देश में ही निराशा हाथ लगी थी।

गौरतलब है कि नोवाक जोकोविच से पहले भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा की भी चमक टोक्यो में फीकी रही। सानिया डबल्स इवेंट के पहले राउंड में ही अपनी पार्टनर अंकिता रैना के साथ बाहर हो गईं थीं। सानिया भी 6 बार ग्रैंडस्लैम का खिताब जीत चुकी हैं। हालांकि उन्होंने एक भी सिंगल्स खिताब नहीं जीता लेकिन 3 डबल्स और 3 मिक्स्ड डबल्स के ग्रैंडस्लैम खिताब उनके नाम दर्ज हैं।