आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 से 22 जून के बीच इंग्लैंड के साउथैम्प्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाना है। इसके बाद भारत और मेजबान टीम के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज होनी है। हालांकि, यह टेस्ट सीरीज 4 अगस्त से शुरू होगी। ऐसे में सभी क्रिकेट फैंस के मन में यह सवाल उठ रहे थे कि आखिर कोरोना काल में दोनों टीमों को करीब डेढ़ महीने का वक्त क्यों दिया जा रहा है।

अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने भी ऐसे शेड्यूल पर सवाल उठाए हैं। वेंगसरकर ने वेबसाइट क्रिकेटनेक्स्ट के साथ बातचीत में कहा, ‘उन्हें करीब डेढ़ महीने क्यों दिए जा रहे हैं। वे (भारतीय क्रिकेट टीम) डेढ़ महीने वहां क्या करेंगे? मैं इस दौरे की शेड्यूलिंग से बहुत ज्यादा हैरान हूं। यह किस तरह का दौरे आयोजित किया जा रहा है? आप सिर्फ एक टेस्ट मैच कैसे खेले सकते हैं? वह भी तब जब आपके पास डेढ़ महीने तक खेलने के लिए कोई क्रिकेट नहीं है। एक टेस्ट के डेढ़ महीने बाद आप टेस्ट सीरीज खेलेंगे।’

इंग्लैंड क्रिकेट टीम जुलाई 2021 में श्रीलंका और पाकिस्तान के साथ क्रमश: तीन टी20 और तीन वनडै मैच की सीरीज खेलेगी। वेंगसरकर ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘डब्ल्यूटीसी फाइनल के ठीक बाद भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज क्यों नहीं आयोजित की गई?’ कर्नल और वेंगी जैसे उपनाम से मशहूर दिलीप ने कहा, ‘अगर पाकिस्तान और श्रीलंका जुलाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा कर सकते हैं तो डब्ल्यूटीसी फाइनल के तुरंत बाद भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज क्यों नहीं खेली जा सकती थी?’

उन्होंने कहा, ‘क्या टीम को फाइनल के बाद वापस आना पड़ा रहा है और फिर जाना पड़ रहा है? भारतीय टीम उन डेढ़ महीनों में क्या करेगी?’ उन्होंने कहा, ‘इस दौरे का कार्यक्रम बहुत ही अजीब है। डेढ़ महीने तक क्रिकेट नहीं होना अटपटा है। अगर टीम वहां टेस्ट मैच खेलने के लिए गई है तो उन्हें आराम देने के बजाए टेस्ट खेलना जारी रखना चाहिए। पाकिस्तान और श्रीलंका उस दौरान टी20 और वनडे क्यों खेल रहे हैं? यह बेतुका है।’