भारत के दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग को उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। उन्हें पसंद करने वालों में फैंस के साथ-साथ खिलाड़ी भी शामिल हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया दिग्गज ग्लेन मैक्सवेल का कहना है कि वह एक समय पर सहवाग के फैन थे लेकिन उन्होंने 7 साल से उनसे बात नहीं कर रहे हैं क्योंकि अब वह उनकी इज्जत नहीं करते।
ग्लेन मैक्सवेल थे पंजाब किंग्स के कप्तान
ग्लेन मैक्सवेल साल 2017 में पंजाब किंग्स के कप्तान थे। उस सीजन में सहवाग टीम के मेंटॉर थे। मैक्सवेल ने बताया कि सहवाग ने उनपर आरोप लगाए और जो व्हाट्सऐप ग्रुप उन्होंने टीम के फैसलों के लिए बनाया था, उन्हें उसी ग्रुप से बाहर कर दिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाना चाहते थे ग्लेन मैक्सवेल
ग्लेन मैक्सवेल ने अपनी किताब में बताया कि साल 2017 के आखिरी ग्रुप मैच में उनकी टीम पुणे रायसिंग सुपरजायंट्स के खिलाफ 73 पर ऑलआउट हो गई। टीम यह मैच हारी और अगले राउंड के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई। मैक्सवेल ने बताया कि इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वह जाकर मीडिया से बात करना चाहते थे लेकिन सहवाग ने उन्हें जाने से मना कर दिया। सहवाग खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे।
ग्लेन मैक्सवेल जब टीम बस में पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उन्हें टीम के मुख्य व्हाट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया। होटल पहुंचने पर उन्हें पता चला कि सहवाग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके बारे काफी कुछ कहा। सहवाग के मुताबिक मैक्सवेल दुर्भाग्यपूर्ण साबित हुए थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा मैक्सवेल बतौर कप्तान आगे आकर अपनी जिम्मेदारी नहीं उठाते हैं।
मैक्सवेल यह सब जानकर दुखी थे। उन्होंने सहवाग को मैसेज करके लिखा, ‘आज आपने मुझ में एक फैन खो दिया।’ सहवाग ने जवाब में लिखा, ‘मुझे आपके जैसा फैन चाहिए भी नहीं।’ मैक्सवेल ने फ्रेंचाइजी को बता दिया कि वह अब टीम के साथ नहीं रहना चाहते। अगर सहवाग टीम के हिस्सा होंगे तो वह टीम के साथ नहीं रहेंगे। मैक्सवेल के मुताबिक उस घटना को सात साल हो चुके हैं लेकिन उन्होंने अब तक मैक्सवेल से बात नहीं की है।