INDIA vs ENGLNAD 5TH TEST: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ एजबेस्टन टेस्ट में ऋषभ पंत की तूफानी बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित नहीं हैं। उनका मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ पंत का शतक तुक्का है। आसिफ को लगता है कि पंत की बल्लेबाजी में बहुत तकनीकी खामियां हैं। आसिफ ने एजबेस्टन टेस्ट के पहले दिन के खेल पर अपनी राय रखने के दौरान कहा कि अंग्रेज गेंदबाजों ने बहुत खराब बॉलिंग की। बेन स्टोक्स एंड कंपनी ने पंत को बेवजह मौके दिए। इस कारण ही वह इस मैच में शतक लगा पाए।
ऋषभ पंत ने एजबेस्टन में 89 गेंद पर शतक लगाया। वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम गेंदों में शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर बने। यही नहीं, यह एजबेस्टन पर सबसे तेज शतक भी है। एजबेस्टन में 1902 से क्रिकेट हो रहा। ऋषभ पंत से पहले किसी भी बल्लेबाज ने 100 से कम गेंद में शतक नहीं लगाया था। ऐसे में पंत 120 साल में एजबेस्टन में यह कमाल करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर भी बने।
मोहम्मद आसिफ ने @khelshel ट्विटर पर जारी वीडियो में कहा, ‘ऋषभ पंत ने कोई भी करामात नहीं की है। यह पूरी तरह से अंग्रेज गेंदबाजों की गलती थी। ऋषभ पंत की बल्लेबाजी में बहुत सी तकनीकी खामियां थीं। उनका बायां हाथ तो बिल्कुल भी काम ही नहीं कर पा रहा था। इसके बावजूद भी वह शतक बनाने में कामयाब हुए, क्योंकि इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उनकी कमजोरी वाले इलाकों में गेंदबाजी ही नहीं की।’
हालांकि, आसिफ ने यह भी कहा कि वह पंत के खिलाफ नहीं हैं। आसिफ ने कहा, ‘मैं पंत के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन जब विरोधी टीम ऐसी गलतियां करती हैं तो आपको बड़ी पारी खेलने में निश्चित तौर पर मदद मिलती है।’ आसिफ ने कुछ साल पहले विराट कोहली की तकनीक को लेकर भी बयान दिया था। आसिफ ने वीडियो में उसे भी याद किया।
आसिफ ने कहा कि वैसी ही परेशानी पंत के साथ भी है। उन्होंने कहा, ‘मैंने कुछ साल पहले विराट कोहली की तकनीकी खामी के बारे में बताया था, लेकिन लोगों ने मेरी आलोचना करनी शुरू कर दी थी। अब आप देख सकते हैं उन्होंने लंबे वक्त से शतक नहीं लगाया है। मुझे कोहली को बल्लेबाजी करते देखना पसंद है, क्योंकि वह एक बड़े खिलाड़ी हैं, लेकिन तकनीकी रूप से उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरुरत है।’
इंग्लैंड की ओर से हुई गलतियों पर आसिफ ने कहा, ‘मैं किसी एक का नाम नहीं लेना चाहूंगा, लेकिन इंग्लैंड ने बहुत सारी गलतियां कीं। जडेजा और पंत जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब वे (इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स) बाएं हाथ के स्पिनर को लेकर आए। उस स्थिति में गेंदबाजी के लिए वह सही विकल्प नहीं था।’