इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के चैंपियन बनने के बाद विजय परेड में मची भगदड़ के कारण कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) विवादों में घिरी हुई। इस बीच भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद आगामी केएससीए के चुनावों में हिस्सा लेने की तैयारी में हैं। यह चुनाव संभवतः अक्टूबर और नवंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।
656 विकेट वाले वेंकटेश प्रसाद एक अनुभवी कोच, चयनकर्ता और प्रशासक हैं। वह 2013 से 2016 तक केएससीए के उपाध्यक्ष रहे थे, जब दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले केएससीए के अध्यक्ष थे। इसके बाद से वेंकटेश प्रसाद ने प्रशासन से दूरी बनाकर कोचिंग करियर पर ध्यान केंद्रित किया। साथ ही मीडिया जगत में एक्सपर्ट और कमेंटेटर के रूप में भी सक्रिय रहे।
विनय मृत्युंजय का साथ मिलेगा
56 वर्षीय प्रसाद 2006-2007 सीजन के दौरान भारत के गेंदबाजी कोच थे। वह किंग्स इलेवन पंजाब (पंजाब किंग्स) के कोचिंग स्टाफ में भी थे। प्रसाद को अनुभवी प्रशासक विनय मृत्युंजय का साथ मिलेगा। मृत्युंजय केएससीए के पूर्व कोषाध्यक्ष और बीसीसीआई की वित्त समिति के सदस्य हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार वेंकटेश प्रसाद और मृत्युंजय आने वाले दिनों में अपने पैनल के पूरे सदस्यों की घोषणा करेंगे।
वर्तमान अधिकारी निशाने पर
रघुराम भट्ट की अध्यक्षता वाली केएससीए की कार्यकारिणी का कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त होगा। 4 जून को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल जीत के जश्न में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठा हुए प्रशंसकों में मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत के बाद वर्तमान अधिकारी निशाने पर हैं।
केएससीए सचिव और कोषाध्यक्ष ने छोड़ा पद
राज्य मंत्रिमंडल द्वारा आरसीबी और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए के शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को हरी झंडी देने के बाद केएससीए सचिव शंकर ए और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ना पड़ा। कैबिनेट द्वारा नियुक्त एक सदस्यीय जस्टिस डी’ कुन्हा आयोग द्वारा सरकार और हाई कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद कानूनी कार्यवाही जोरों पर है।
सौरव गांगुली भी क्रिकेट प्रशासन में वापसी करने के लिए तैयार
वर्तमान में, केएससीए सचिव और कोषाध्यक्ष के पद रिक्त हैं। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो मृत्युंजय इस पद पर वापस आ सकते हैं। गौरतलब है कि भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी क्रिकेट प्रशासन में वापसी करने के लिए तैयार हैं। वह आगामी क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) चुनावों में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की पूरी संभावना है।
(पीटीआई से इनपुट के साथ)