Intercontinental Cup, India vs Lebanon: कप्तान सुनील छेत्री और लल्लिंजुआला छांगते के गोल के दम पर भारत ने इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल में रविवार 18 जून 2023 को भुवनेश्वर में लेबनान को 2-0 से शिकस्त दी। मैच का पहला हाफ गोल रहित रहने के बाद अपने करियर के अंतिम दौर से गुजर रहे 38 वर्षीय छेत्री ने 46वें मिनट में गोल कर भारत को बढ़त दिलाई।
सुनील छेत्री ने किया अंतरराष्ट्रीय करियर का 87वां गोल
सुनील छेत्री का 87वां अंतरराष्ट्रीय गोल है। सुनील छेत्री एक्टिव फुटबॉलर्स में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। इस गोल में असिस्ट की भूमिका निभाने वाले छांगते ने 66वें मिनट में टीम की बढ़त को दोगुना कर मैदान में भरे दर्शकों को झूमने का मौका दिया।
2018 में केन्या को हरा चैंपियन बनी थी भारतीय फुटबॉल टीम
इसके साथ ही विश्व रैंकिंग में 99वें स्थान पर काबिज टीम को सन्न कर दिया। विश्व रैंकिंग में 101वें स्थान पर काबिज भारत ने दूसरी बार इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। टीम ने 2018 में इसके शुरुआती सत्र के फाइनल में केन्या को हराकर चैंपियन बनी थी, जबकि 2019 में उत्तर कोरिया ने खिताब जीता था और भारत चौथे और आखिरी स्थान पर रहा था।
शुरुआती हाफ में कोई टीम नहीं कर पाई गोल
उमस भरी गर्मी में दोनों टीमों के पास शुरुआती हाफ में बढ़त बनाने का मौका था, लेकिन वे इसका फायदा उठाने में नाकाम रहीं। यह हाफ उसी तरह था जैसा की दोनों टीमों ने दो दिन पहले राउंड रोबिन चरण के आखिरी मैच को गोलरहित ड्रॉ खेला था। इस दौरान भारत ने गेंद को अधिक समय तक अपने पास रखने पर ध्यान दिया, जबकि लेबनान का जोर आक्रमण करने पर था।
लेबनान ने भारतीय गोल पोस्ट की तरफ सात बार हमले किए। वही गेंद को 58 प्रतिशत समय तब अपने नियंत्रण में रखने वाली भारतीय टीम तीन बार ही लेबनान के गोल पोस्ट की ओर आक्रमण कर पाई। मध्यांतर के बाद हालांकि चीजें बदल गईं। सबसे पहले छांगते ने बॉक्स के पास से गेंद को अपने नियंत्रण में लेकर सुनील छेत्री को दिया।
भारतीय कप्तान ने छांगते के असिस्ट को बेजा नहीं जाने दिया और लेबनान के गोलकीपर अली सबेह को छकाने में कोई गलती नहीं की। टीम ने खिलाड़ियों के शानदार सामंजस्य से इस मौके को भुनाया। निखिल पुजारी ने बेहद कम जगह में से लेबनान के खिलाड़ियों के बीच से गेंद को छांगते की ओर धकेला और इस खिलाड़ी ने अपने प्रेरणादायी कप्तान के लिए मौका बनाने में कोई गलती नहीं की। एक गोल की बढ़त लेने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए छांगते के प्रयास से इस बढ़त को दोगुना कर दिया।
सबस्टिट्यूट नाओरेम महेश सिंह ने सुनील छेत्री के पास पर गोल करने का प्रयास किया लेकिन लेबनान के गोलकीपर ने उनकी इस कोशिश को विफल कर दिया। गोलकीपर हालांकि गेंद को नियंत्रण में नहीं रख पाए। गेंद छिटक कर छांगते के पास गई और भारतीय खिलाड़ी ने गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाने में कोई गलती नहीं की।