बोरूसिया मोनशेनग्लाबाख के स्ट्राइकर मार्कस थुरम पर बुंदेसलीगा फुटबॉल टूर्नामेंट के मैच के दौरान होफेनहीम टीम के खिलाड़ी के चेहरे पर थूकने के लिए पांच मैचों का प्रतिबंध लगाया गया है। जर्मन फुटबॉल महासंघ ने सोमवार को कहा कि यह प्रतिबंध जर्मन कप और बुंदेसलीगा में लागू होगा। थुरम पर एक मैच का निलंबित प्रतिबंध भी रहेगा, जो 21 दिसंबर 2021 तक अच्छे बर्ताव की शर्त पर निर्भर करेगा।

मार्कस होफेनहीम ने शनिवार को हुआ यह मुकाबला 2-1 से अपने नाम किया था। महासंघ ने सोमवार को थुरम पर 40 हजार यूरो (50 हजार डॉलर/करीब 37 लाख भारतीय रुपए) का जुर्माना भी लगाया। बोरूसिया की टीम पहले ही फ्रांस के थुरम पर एक महीने के वेतन का जुर्माना लगा चुकी है। उनके इस वेतन को सामाजिक कार्यों के लिए दान किया जाएगा।

मैच के बाद मार्कस थुरम के व्यवहार की उनकी ग्लेडबैक टीम के साथियों और कोच ने भी आलोचना की थी। इसके बाद शनिवार देर रात मार्कस ने इंस्टाग्राम पर माफी भी मांगी थी। ग्लेडबैक के खेल निदेशक मैक्स एबरल ने रविवार को थूकने वाली घटना को असामान्य बताया है। मार्कस थुरम पिछले साल ही गुईनगैम्प से बोरूसिया मोनशेनग्लाबाख क्लब में शामिल हुए थे।

23 साल के मार्कस थुरम इस साल मई में भी सुर्खियों में आए थे। हालांकि, तब दुनिया भर में उनकी तारीफ हो रही थी। उन्होंने अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के विरोध में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाई थी और मैच के दौरान घुटने के बल पर बैठे थे।

मैक्स एबरल ने कहा, ‘मार्कस परेशान है। मुझे आश्वस्त किया है कि उसने जानबूझकर स्टीफन पोश पर नहीं थूका था। मार्कस ने बताया कि स्टीफन पोश ने बहस के दौरान कई बार फ्रेंच में अपशब्द कहे। इसी केकारण उन्हें गुस्सा आ गया और उत्तेजना में आकर पोश के मुंह पर थूक दिया।’

मार्कस थुरम वर्ल्ड चैंपियन लिलियन थुरम के बेटे हैं। लिलियन थुरम 1998 में फुटबॉल वर्ल्ड कप जीतने वाली फ्रांस की टीम में शामिल थे। वह 2000 में यूईएफए यूरोपियन चैंपियनशिप (UEFA European Championship) अपने नाम करने वाली फ्रांसीसी टीम के भी सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा 2003 में फीफा कन्फेडरेशंस कप (FIFA Confederations Cup) जीतने वाली फ्रांस की टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं।