भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने रविवार यानी 14 फरवरी 2021 को एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। यह एफआईआर हिसार जिले के हांसी थाने में दर्ज की गई है। पुलिस ने युवराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 153 A, 295, 505 के अलावा एससी/एसटी एक्‍ट की धारा 3 {1) (r) तथा 3(1)(s) के तहत एफआईआर दर्ज की है।

युवराज पर साल 2020 में दलित समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है। वकील और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर युवराज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रजत कलसन का आरोप है कि उसी लाइव चैट के दौरान युवराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट के स्पिनर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्द इस्तेमाल किया था। चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्‍द इस्तेमाल करने के बाद युवराज को सोशल मीडिया पर नाराजगी का सामना करना पड़ा था। लोगों की नाराजगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि तब ट्विटर (Twitter) पर #युवराज_सिंह_माफी_मांगो टॉप ट्रेंड में रहा था।

इसके बाद युवराज सिंह ने ट्विटर पर माफी मांगी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘मैं ये बात साफ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी भी तरीके के भेदभाव में विश्वास नहीं रखता हूं। चाहे वह भेदभाव जाति के आधार पर हो, रंग के आधार पर हो, लिंग के आधार पर या मजहब के आधार पर। मैं अपना जीवन लोगों की भलाई के लिए जीता आया हूं और आगे भी जीता रहूंगा। मैं हरएक इंसान के आत्मसम्मान की अहमियत समझता हूं और बिना किसी अपवाद के इस बात का सम्मान भी करता हूं।’

ये है मामला: रोहित के साथ लाइव चैट के दौरान युवराज ने कहा था, ‘कुलदीप भी ऑनलाइन आ गया।’ रोहित शर्मा ने कहा, ‘कुलदीप ऑनलाइन है, ये सब ऑनलाइन हैं, ये सब ऐसे ही बैठे हुए हैं…।’ इतने में युवराज सिंह बोलते हैं, ‘ये %गी लोगों को कोई काम नहीं है।’ इस पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘युजी को देखा क्या वीडियो डाला है अपनी फैमिली के साथ। मैंने उसको बोला कि अपने बाप को नचा रहा है तू। पागल तो नहीं है?’ युवराज के इसी कमेंट पर बवाल हुआ था।

युवराज के खिलाफ 8 महीने पहले ही शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने अब एफआईआर दर्ज की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस की ओर से लंबे वक्त से कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद कलसन ने अदालत का रुख किया। कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा पुलिस ने युवराज के खिलाफ FIR दर्ज की है।