भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए चौथे वनडे मैच में भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत द्वारा किए गए कुछ विकेटकीपिंग ब्लंडर्स दर्शकों के लिए एमएस धोनी को याद करने के लिए काफी थे। हर बार पंत जब कैच या स्टंपिंग छोड़ते थे तो दर्शक उन्हें बू करना शुरू कर देते थे और “धोनी, धोनी” चिल्लाने लगते थे। पंत ने ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड चेज़ के दौरान महत्वपूर्ण समय पर दो स्टंपिंग छोड़ीं थीं। पहला 39वें ओवर में जब वह पीटर हैंड्सकॉम्ब को आउट करने से चूक गए इसी के पांच ओवर बाद युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी के दौरान उस मैच के हीरो ऐश्टन टर्नर को आउट करने का मौका छोड़ दिया। पंत की ये गलती भारत को बहुत महंगी पड़ी और टर्नर ने शानदार अर्धशतक लगते हुए ऑस्ट्रेलिया को मैच जीता दिया।

जैसे ही क्राउड ने पंत को बू करना कम किया पंत ने उसी ओवर में एक और रन-आउट का मौका गंवा दिया। पंत ने धोनी की तरह बिना देखे गेंद को पीछे स्टंप पर फेकने के चक्कर में रन-आउट तो छोड़ा ही एक रन अतिरिक्त और दे दिया। जिसके बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली बौखला गए। पंत के बचपन के कोच तारक सिन्हा का मानना ​​है कि पंत की तुलना धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी से करना अनुचित है। उन्होंने कहा, ”इस तरह की तुलना ज्यादा हो रही है क्योंकि धोनी (पंत) भी विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं। लेकिन यह उस पर अनुचित है क्योंकि यह उसके लिए एक विशेष तरीके से प्रदर्शन करने के लिए अनुचित दबाव डालता है। धोनी की तरह ही जब पंत का दिमाग आज़ाद होता है उसमें ज्यादा दवाब नहीं होता तो वह सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है।”

इतना ही नहीं सिन्हा ने कहा “जब धोनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला कदम रख रहे थे। तब भारतीय टीम में कोई भी दिग्गज विकेटकीपर नहीं था जिसे वह बदल रहा था। उस समय टीम के पास या तो दिनेश कार्तिक थे या पार्थिव पटेल जो उम्र में उनके बराबर थे। लेकिन आज पंत पर उनसे ज्यादा दवाब है क्योंकि उनकी तुलना धोनी जैसे खिलाड़ी से कि जा रही है।” सिन्हा ने आगे कहा “दुनिया के किस कीपर को कैच या स्टंपिंग नहीं छोड़ी है? यहां तक ​​कि धोनी भी अपने करियर की शुरुआत में कैच और स्टंप करने से चूके हैं।अच्छी बात यह है कि चयनकर्ता उनके साथ बने रहे और उन्हें एक सीजन के बाद ड्रॉप नहीं किया। धोनी ने समय के साथ बदलाव किया और आज वे एक महान खिलाड़ी हैं।”

बता दें इस सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला बुधवार को दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला मैदान में खेला जाएगा। ये विश्वकप से पहले वनडे क्रिकेट में पंत के पास अपने आप को साबित करने का आखिरी मौका होगा। दोनों देशों के बीच सीरीज 2-2 से ड्रा चल रही है। ऐसे में जो ये मैच जीतेगा सीरीज उसी के नाम होगी। इस से पहले ऑस्ट्रेलिया भारत को 2 मैचों की टी20 सीरीज में क्लीनस्वीप कर चुका है।