एशेज के पहले टेस्ट में इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर मोईन अली पर आईसीसी ने नियमों के उल्लंघन के तहत मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया। मोईन अली पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा था। आईसीसी के इस फैसले पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। ब्रैड हॉग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मोईन को दी गई इस सजा पर सवाल उठाया है।
क्या कहा ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने?
ब्रैड हॉग ने अपने ट्वीट में कहा है कि मेरे हिसाब से 25 फीसदी जुर्माना लगाना काफी ज्यादा था, क्योंकि मोईन जानबूझकर मैदान से बाहर जाकर ऐसा नहीं कर रहे थे बल्कि उनके लिए चीजें और भी ज्यादा खराब हो सकती थी। उन्होंने अपनी उंगली पर स्प्रे लगाया यह बात पूरी तरह सही है, लेकिन सच्चाई कुछ और है।
मोईन अली ने क्यों किया स्प्रे का इस्तेमाल?
ब्रैड हॉग ने साथ में एक फोटो पोस्ट की, जिसमें नजर आ रहा है कि मोईन अली को उंगली में चोट लगी थी और वह उंगली पर पड़े छाले पर आराम लाने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल कर रहे थे। ब्रैड हॉग का कहना है कि मोईन अली अगर गलत मंशा के साथ स्प्रे का इस्तेमाल करते तो वह छुपा कर ऐसा करते, लेकिन उन्होंने खुले तौर पर स्प्रे का इस्तेमाल किया।
2 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे मोईन अली
बता दें कि मोईन अली ने एशेज के पहले टेस्ट के जरिए 2 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की है। उन्होंने 2021 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन सहयोगी खिलाड़ियों के कहने पर उन्होंने संन्यास का फैसला वापस लिया। वापसी के बाद मोईन अली ने अच्छी गेंदबाजी की और पहली पारी में उन्होंने 2 विकेट हासिल किए और बल्लेबाजी के दौरान 18 रन बनाए।
मोईन की मुश्किलें तब बड़ी जब आईसीसी ने उनपर ICC की आचार संहिता के आर्टिकल 2.20 का उल्लंघन का दोषी पाया गया। ICC ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है, जिसके बाद उनपर मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया।